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मंगलवार, 29 अप्रैल 2025

गाज़ियाबाद के वसुंधरा सेक्टर 2बी में RWA का गठन






वसुंधरा, गाज़ियाबाद: सेक्टर 2बी में रेज़िडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) का गठन हाल ही में किया गया है। इस नवगठित एसोसिएशन में कुल 9 पदाधिकारी चुने गए हैं, जिनमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, कोषाध्यक्ष समेत अन्य जिम्मेदार पद शामिल हैं।


नवगठित RWA पदाधिकारियों की सूची इस प्रकार है:


1. श्री अशोक शर्मा (2C/146) – संरक्षक



2. श्रीमती सुमन चौधरी (2B/466) – अध्यक्ष



3. श्रीमती अंजना जैन (2B/554) – उपाध्यक्ष



4. श्रीमती वंदना झा (2B/239) – महासचिव



5. श्रीमती राजेश त्यागी (2B/242) – संयुक्त सचिव



6. श्रीमती ऊषा भडथवाल (2B/357) – उप सचिव



7. श्रीमती मंजूषा सिंह (2B/486) – कोषाध्यक्ष



8. श्रीमती अनिता शर्मा (2C/146) – सदस्य



9. डॉ. रत्ना पणिकर (2B/138) – सदस्य




नए RWA के गठन से निवासियों में सामुदायिक विकास को लेकर उत्साह है। सभी सदस्यों ने निवासियों की भलाई और क्षेत्र के समुचित विकास के लिए समर्पित रहने का संकल्प लिया है।


- सुमन चौधरी

अध्यक्ष, सेक्टर 2बी RWA



इंदिरापुरम का वन मॉल फायर सुरक्षा में लापरवाही पर फंसा, जल्द कट सकती है बिजली




गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित वन मॉल को फायर सर्विस स्टेशन ने नोटिस जारी किया है। मॉल में फायर सेफ्टी के मानकों के पालन में गंभीर लापरवाही पाई गई है, जिसके चलते जल्द ही मॉल की बिजली काटी जा सकती है।


सूत्रों के अनुसार, 1 अप्रैल से मॉल में मॉडल शॉप शुरू होने के बाद से फुटफॉल में काफी बढ़ोतरी हुई है। पहले से ही यहां एक ओयो होटल संचालित हो रहा है, जिसकी वजह से भीड़ पहले से अधिक रहती थी। मॉडल शॉप खुलने के बाद से मॉल में हलचल और आवाजाही में और इज़ाफा हुआ है।


चिंता की बात यह है कि मॉल में न तो फायर सिस्टम पूरी तरह सक्रिय है और न ही दुकानों में पर्याप्त अग्निशमन उपकरण मौजूद हैं। कई दुकानों में तो एक भी फायर सिलेंडर तक उपलब्ध नहीं है। गर्मी और शॉर्ट सर्किट के कारण हाल के दिनों में आगजनी की घटनाएं बढ़ी हैं, जिनमें कई जानें भी जा चुकी हैं।


फायर सर्विस स्टेशन के अधिकारी राहुल पैन ने बताया कि मॉल को पहले ही नोटिस जारी किया जा चुका है, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा कि बिजली कटौती सहित अन्य कड़ी कार्रवाई जल्द की जाएगी और संबंधित प्रक्रियाएं जारी हैं।

सोमवार, 28 अप्रैल 2025

गाजियाबाद कमिश्नर ने जनता की सहूलियत के लिए नए आदेश जारी किए




गाजियाबाद पुलिस अब जनता से 'तुम-तू' नहीं, 'आप' कहकर करेगी संवाद: CP जे. रविंदर गोड का सख्त आदेश

गाजियाबाद पुलिस अब आम जनता से संवाद करते समय 'तुम' या 'तू' जैसे शब्दों का प्रयोग नहीं करेगी। पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गोड ने निर्देश दिए हैं कि सभी पुलिसकर्मी शिष्टाचार के साथ 'आप' शब्द का इस्तेमाल करें। यदि कोई पुलिसकर्मी पीड़ित से ऊंची आवाज में या अशिष्ट व्यवहार करता है तो संबंधित थाना प्रभारी को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।



शिष्टाचार संवाद नीति लागू

कमिश्नर ने गाजियाबाद में ‘शिष्टाचार संवाद नीति’ लागू करते हुए सख्त हिदायत दी है कि पुलिसकर्मी जनता से संयमित और सम्मानजनक भाषा में बात करें। आक्रामकता और व्यंग्य से बचें। इसके साथ ही दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिक, महिलाएं, बच्चे और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के प्रति भी विशेष सम्मान बरतने के निर्देश दिए गए हैं। किसी विकलांग व्यक्ति को 'विकलांग' नहीं बल्कि 'दिव्यांग जन' कहा जाएगा।



महिलाओं की गोपनीयता का विशेष ध्यान

महिला पीड़ितों की सुनवाई केवल महिला पुलिसकर्मी करेंगी और उनकी गोपनीयता पूरी तरह सुरक्षित रखी जाएगी। महिला हेल्प डेस्क पर मामले का निस्तारण अनिवार्य रहेगा। बातचीत में संयमित भाषा का उपयोग किया जाएगा, चाहे वह सरकारी मोबाइल पर हो या निजी मोबाइल पर।

थानों में सुविधाएं सुनिश्चित

थाने पर आने वाले हर व्यक्ति को बैठने के लिए कुर्सी और पीने के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा। किसी पीड़ित को अनावश्यक रूप से थाना या चौकी पर नहीं रोका जाएगा। एफआईआर दर्ज कर आरोपी को हवालात में रखा जाएगा। किसी भी महिला को सूर्यास्त के बाद थाने नहीं बुलाया जाएगा।

अन्य महत्वपूर्ण निर्देश

  • पुलिसकर्मी बिना नेमप्लेट या कैप के नहीं दिखेंगे।
  • पुलिसकर्मी सोशल मीडिया पर रील्स नहीं बना सकेंगे।
  • थाने या चौकी में अगर कोई पुलिसकर्मी अभद्रता करता है तो जनता हेल्पलाइन नंबरों पर शिकायत कर सकती है।

पुलिस कमिश्नर गोड ने स्पष्ट किया है कि इन आदेशों का पालन न करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनका उद्देश्य गाजियाबाद पुलिस की छवि को बेहतर बनाना और जनता का भरोसा फिर से जीतना है।


इंदिरापुरम थाना प्रभारी की सराहनीय कार्रवाई




नशे के कारोबार पर कसा शिकंजा, भारी मात्रा में गांजा बरामद

इंदिरापुरम थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने प्रभावी कार्रवाई करते हुए एक युवक को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 1 किलो 230 ग्राम अवैध गांजा और बिक्री से कमाए गए 2360 रुपये नकद बरामद किए हैं।



घटना का विवरण: दिनांक 28 अप्रैल 2025 को चेकिंग अभियान के दौरान इंदिरापुरम पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि सेक्टर-14 रेड लाइट के पास खाली जमीन पर झाड़ियों में एक व्यक्ति गांजा बेच रहा है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी के निर्देशन में पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई की और मौके से अभियुक्त मुरारी पुत्र मुन्ना (निवासी ग्राम प्रहलादगढ़ी, थाना इंदिरापुरम, मूल निवासी मधुबनी, बिहार) को गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से 1 किलो 230 ग्राम अवैध गांजा और बिक्री के 2360 रुपये बरामद हुए। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20 के तहत मामला दर्ज कर विधिक कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है।

थाना प्रभारी के नेतृत्व में बढ़ी कार्रवाई की रफ्तार इंदिरापुरम थाना प्रभारी रवेंद्र गौतम जी  की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से क्षेत्र में अवैध नशे के कारोबार पर करारा प्रहार हुआ है। उनके इस प्रयास की स्थानीय जनता और पुलिस विभाग द्वारा सराहना की जा रही है।


इंदिरापुरम और वसुंधरा में दूसरे दिन भी आधी आबादी पानी के संकट से जूझी




साहिबाबाद

इंदिरापुरम और वसुंधरा में रविवार को लगातार दूसरे दिन भी आधी आबादी को पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी। अवकाश के दिन भी पानी नहीं मिलने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। भीषण गर्मी के बीच पानी का संकट और गहरा गया है। तापमान बढ़ने के साथ लोगों की प्यास बढ़ती जा रही है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। नाराज नागरिकों ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर मुख्यमंत्री, जल निगम और नगर निगम से शुद्ध व पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने की मांग की है।


इंदिरापुरम के न्यायखंड-1 निवासी कपिल ने बताया कि रविवार को सुबह से शाम तक गंगाजल की आपूर्ति नहीं हुई। स्थिति इतनी खराब हो गई है कि नहाने के लिए भी लोगों को बाजार से पानी खरीदना पड़ रहा है, जिससे उन पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है।


वसुंधरा सेक्टर-16 निवासी भूपेंद्रनाथ ने बताया कि क्षेत्र में शाम के समय पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। उन्होंने एक्स पर भी कम प्रेशर से पानी आने की शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही बताया कि पानी की आपूर्ति का कोई निर्धारित समय भी नहीं है, जिससे अनिश्चितता बनी हुई है। वसुंधरा सेक्टर-9 में तो दूषित गंगाजल की आपूर्ति की शिकायत भी सामने आई है। स्थानीय निवासी रामवती ने कहा कि वसुंधरा क्षेत्र में पानी की किल्लत से लोग लगातार परेशान हैं। गर्मी के कारण पानी की मांग बढ़ने से निजी सप्लायरों ने भी दाम बढ़ा दिए हैं और मनमाने पैसे वसूले जा रहे हैं। नगर निगम के प्रति लोगों में गहरा आक्रोश है और कई स्थानों पर नागरिकों ने विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। शिकायतों के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है।


वर्जन:

"गंगाजल प्लांट में शनिवार रात से ही पांचों पंप चालू हैं। प्लांट से पानी की आपूर्ति सामान्य रूप से की जा रही है। हमारी ओर से कोई समस्या नहीं है।"

— ब्रह्मानंद, मैनेजर, गंगाजल प्लांट, जल निगम




पर्यावरण मानकों का उल्लंघन करने वाले 22 प्रतिष्ठानों पर लगाया 6.79 करोड़ जुर्माना




साहिबाबाद

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने पर्यावरण मानकों का उल्लंघन करने पर जिले के 22 होटल, मॉल, रेस्तरां और बारातघरों पर कुल 6.79 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। इन प्रतिष्ठानों में कई बड़े और प्रतिष्ठित होटल भी शामिल हैं। यह जानकारी यूपीपीसीबी द्वारा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) को भेजी गई रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर से 31 जनवरी के बीच की गई कार्रवाई का ब्यौरा एनजीटी को सौंपा गया था।

रिपोर्ट में बताया गया है कि जुर्माने के साथ-साथ कई प्रतिष्ठानों के बिजली और पानी के कनेक्शन काटकर उनके संचालन पर भी रोक लगा दी गई थी। यह रिपोर्ट प्रसून पंत और प्रदीप दहलिया द्वारा दायर याचिका पर मांगी गई थी, जिसमें 2023 में 21 प्रतिष्ठानों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी।

यूपीपीसीबी ने 30 सितंबर 2023 को जिले में किए गए सर्वेक्षण में 82 प्रतिष्ठानों में से केवल 24 को नियमों का पालन करते पाया था। इसके बाद दोबारा हुए सर्वेक्षण में पता चला कि 83 प्रतिष्ठानों में से 52 पर सुप्रीम कोर्ट का स्टे आदेश है, तीन बंद हो चुके हैं और 27 पर कार्रवाई की गई है। एनजीटी ने 15 जनवरी तक विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए थे, लेकिन यूपीपीसीबी समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं कर पाया, जिससे उसे एनजीटी के कड़े रुख का सामना करना पड़ा।

बाद में, 16 अप्रैल को यूपीपीसीबी ने अपनी रिपोर्ट दाखिल कर दी, जिसमें 22 प्रतिष्ठानों पर जुर्माना लगाने और अन्य कार्रवाई का विवरण दिया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, जिले में केवल 17 रेस्तरां ही पर्यावरण मानकों का पालन कर रहे हैं। बाकी प्रतिष्ठानों पर सख्त कार्रवाई जारी है। स्वाद-ए-पंजाब रेस्तरां, होटल सोहो (खोड़ा कॉलोनी) और पार्टी शाइन (सिकंदरपुर) को दोबारा कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं, जबकि पिंड बलूची (क्रॉसिंग रिपब्लिक) को लगाए गए जुर्माने पर अस्थायी राहत मिली है।

जिन प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई हुई और जुर्माना लगाया गया, उनमें प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:



(टिप्पणी: नाम और जुर्माने की राशि यूपीपीसीबी की रिपोर्ट पर आधारित है।)

-वर्जन-
"मानकों का पालन न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है और आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। उल्लंघन पर कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।"
अंकित सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, यूपीपीसीबी


रविवार, 27 अप्रैल 2025

गाजियाबाद में मुस्लिम समुदाय ने आतंकवाद के खिलाफ निकाला कैंडल मार्च, लगाए 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे




पहलगाम आतंकी हमले में निर्दोषों की हत्या के विरोध में आयोजन


जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की हत्या के विरोध में गाजियाबाद में शनिवार रात कैंडल मार्च निकाला गया। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' के नारे लगाए। यह मार्च भारतीय किसान यूनियन क्रांति के बैनर तले आयोजित किया गया था। कैंडल जलाकर हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई और दो मिनट का मौन भी रखा गया।


भारतीय किसान यूनियन क्रांति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्रह्म सिंह यादव के आव्हान पर इंदिरापुरम क्षेत्र में कनावनी पुस्ता रोड से निहो सोसाइटी स्थित अग्रवाल चौक तक कैंडल मार्च निकाला गया। इस दौरान संगठन के कार्यकर्ता और पदाधिकारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।


आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाते हुए देशवासियों ने हमले की कड़ी निंदा की। मार्च के माध्यम से संदेश दिया गया कि पूरा देश प्रधानमंत्री के साथ खड़ा है और आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम उठाने की मांग करता है।


संगठन के साहिल सिद्दीकी और मोहम्मद मुम्तियाज ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ पूरा देश एकजुट है और हम सब मिलकर आतंकियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करेंगे।



गाजियाबाद में शोरूम के बाहर लगी भीषण आग, 5 कारें जलकर खाक




50 मिनट की मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने पाया काबू


गाजियाबाद के मेरठ रोड स्थित उत्तम टोयोटा शोरूम के बाहर शनिवार रात भीषण आग लग गईआग लगते ही शोरूम के बाहर प्लॉट में खड़ी कारें इसकी चपेट में आ गईं। सूचना मिलते ही कोतवाली फायर स्टेशन से दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। करीब 50 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।


सीएफओ राहुल पाल ने बताया कि आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही है। राहत की बात यह रही कि घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। फिलहाल आग के सही कारणों की जांच जारी है।


बताया गया कि शोरूम के डायरेक्टर, हरनंद त्यागी (निवासी पटेलनगर), भी घटना के समय मौके पर मौजूद थे। आग लगते ही शोरूम कर्मचारियों ने अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन जब स्थिति नहीं संभली तो फौरन कंट्रोल रूम को सूचना दी गई।


आग की चपेट में आकर 5 कारें — दो हाई राइडर, एक हाई क्रॉस, एक इनोवा क्रिस्टा और एक ग्लैंजा — पूरी तरह जलकर खाक हो गईं। समय रहते अन्य गाड़ियों को हटाकर एक बड़े हादसे को टाल दिया गया।



शुक्रवार, 25 अप्रैल 2025

यूपी बोर्ड 12वीं का रिजल्ट घोषित: 81.15% छात्र हुए पास, प्रयागराज की महक जायसवाल ने किया टॉप




गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Board) ने 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। इस वर्ष कुल 81.15 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल हुए हैं। प्रयागराज की महक जायसवाल ने पूरे प्रदेश में टॉप करते हुए 97.20 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं।


गाजियाबाद जिले में खासतौर पर मोदीनगर, मुरादनगर, लोनी और देहात क्षेत्र से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए थे।


गाजियाबाद में 24,787 छात्रों ने दी इंटरमीडिएट परीक्षा


गाजियाबाद जिले में 10वीं और 12वीं कक्षा के कुल 53,392 छात्र-छात्राओं का रिजल्ट शुक्रवार दोपहर 12:30 बजे ऑनलाइन जारी किया गया। परीक्षार्थी अपना परिणाम www.upmsp.edu.in और www.results.digilocker.gov.in पर देख सकते हैं।


पिछले वर्ष की तुलना में सुधार


DIOS धर्मेंद्र शर्मा ने सभी स्कूलों को रिजल्ट से संबंधित जानकारी पहले ही साझा कर दी थी। 2024 में गाजियाबाद से 12वीं के लिए कुल 23,295 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें से 22,379 ने परीक्षा दी और इनमें से 19,600 छात्र सफल हुए थे। इस बार उपस्थिति और सफलता दर दोनों में सुधार देखा गया है।



पहलगाम आतंकी हमला: पूरे गाजियाबाद में उबाल, कैंडल मार्च और पुतला दहन के जरिए जताया विरोध





गाजियाबाद। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ गाजियाबाद समेत कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन जारी हैं। विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक और व्यापारिक संगठनों ने मोमबत्तियां जलाकर श्रद्धांजलि दी, पैदल मार्च निकाला और पाकिस्तान का पुतला फूंककर आक्रोश जताया।



युवा कांग्रेस का कैंडल मार्च


युवा कांग्रेस ने अध्यक्ष आसिफ सैफी के नेतृत्व में शहीद स्थल पर कैंडल मार्च निकालकर दो मिनट का मौन रखा। इस मौके पर उन्होंने आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। कार्यक्रम में वली हसन, विक्रांत चौधरी, उज्ज्वल गर्ग और रहीसुद्दीन समेत कई लोग शामिल रहे।



मोदीनगर में पाकिस्तान का पुतला फूंका


उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल ने दिल्ली-मेरठ रोड पर मार्च निकालते हुए बस स्टैंड तक प्रदर्शन किया। पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान का पुतला पैरों से रौंदने के बाद उसे आग के हवाले कर दिया।



वैश्य एकता समिति का कैंडल मार्च


कालकागढ़ी स्थित वैश्य एकता समिति ने श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर कैंडल मार्च निकाला और आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए। समिति के अध्यक्ष प्रेमचंद गुप्ता समेत कई सदस्य उपस्थित रहे।


श्रीमद्भागवत कथा में मृत्युदंड की मांग


स्विस होटल में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दौरान जगद्गुरु निंबार्क आचार्य श्यामशरण देवाचार्य ने हमले की कड़ी निंदा की और दोषियों को मृत्युदंड देने की मांग की। हमले में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए मौन भी रखा गया।


मुस्लिम समाज ने दी श्रद्धांजलि


शहीद स्थल पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कैंडल मार्च निकाला और मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही आतंकियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की।


कैला भट्टा में शोक सभा और कैंडल मार्च


कैला भट्टा के शहीद अशफाक उल्ला खां चौक पर शोक सभा आयोजित की गई और फिर कैंडल मार्च के जरिए श्रद्धांजलि दी गई। उपस्थित लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए।


आम आदमी पार्टी का विरोध प्रदर्शन


आप कार्यकर्ताओं ने नया बस अड्डा मेट्रो स्टेशन के पास कैंडल मार्च निकाला और दोषियों को मृत्युदंड देने की मांग की। इस दौरान जिलाध्यक्ष निमित यादव व अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।


व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन


मालीवाड़ा चौराहे पर व्यापारियों ने पाकिस्तान का पुतला फूंका और हमले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष संदीप बंसल ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया।



गाजियाबाद में सीएनजी लीक से प्लास्टिक गोदाम में लगी भीषण आग, लाखों का नुकसान

 



गाजियाबाद के मोदीनगर स्थित सिखेड़ा रोड इंडस्ट्रियल एरिया में गुरुवार देर रात एक पॉलीथीन गोदाम में भीषण आग लग गई। आग की वजह एक कैंटर से हुई सीएनजी गैस की लीकेज मानी जा रही है, जो गोदाम में माल उतारने आया था।


जैसे ही सीएनजी लीक हुई, आग ने तेजी से विकराल रूप ले लिया और लपटें 30 फीट तक ऊंची उठने लगीं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आसपास की फैक्ट्रियों को तुरंत खाली करा लिया गया।


दमकल निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि शुरुआत में दो दमकल गाड़ियां भेजी गईं, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इसके बाद कुल छह दमकल गाड़ियों ने करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।


आग की चपेट में आने से गोदाम में रखा लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया। हालांकि राहत की बात यह रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।

फिलहाल, पुलिस और दमकल विभाग आग लगने के पीछे सीएनजी लीकेज की वजह और अन्य संभावित कारणों की जांच कर रहे हैं।


गुरुवार, 24 अप्रैल 2025

पुलिस आयुक्त ने थाना साहिबाबाद का निरीक्षण किया, व्यवस्थाओं का लिया जायज़ा

 



गाजियाबाद, 23 अप्रैल 2025 — पुलिस आयुक्त महोदय द्वारा दिनांक 23 अप्रैल को थाना साहिबाबाद का औचक निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने थाने की सुरक्षा व्यवस्था, रिकॉर्ड संधारण, साफ-सफाई तथा जनसुनवाई की प्रक्रिया का गहन अवलोकन किया।



निरीक्षण के दौरान पुलिस आयुक्त ने थाना परिसर में मौजूद अधिकारियों एवं कर्मचारियों से बातचीत की और उनकी समस्याएं जानीं। उन्होंने थाने में मौजूद रजिस्टरों जैसे जी.डी., अपराध रजिस्टर, मालखाना रजिस्टर, शस्त्र लाइसेंस रजिस्टर, वारंट-बैठक रजिस्टर आदि का गहन परीक्षण किया और उन्हें अद्यतन रखने के निर्देश दिए।



उन्होंने मालखाने में रखे गए जब्त किए गए सामानों की स्थिति का भी निरीक्षण किया और उन्हें क्रमबद्ध व सुरक्षित रखने के निर्देश दिए। पुलिस आयुक्त ने महिला हेल्प डेस्क व बाल अपराध निवारण इकाई की कार्यप्रणाली की समीक्षा की और वहां आने वाले पीड़ितों के साथ संवेदनशीलता व गंभीरता से पेश आने की हिदायत दी।


इसके अलावा उन्होंने थाने की साफ-सफाई की स्थिति, शौचालयों की स्वच्छता, पेयजल व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरों की कार्यशीलता तथा जनसुविधाओं की उपलब्धता की भी जांच की। उन्होंने पुलिसकर्मियों को अनुशासन, वर्दी की शालीनता और आमजन के साथ व्यवहार में सुधार लाने की सलाह दी।


निरीक्षण के अंत में पुलिस आयुक्त ने थानाध्यक्ष को थाने में लंबित विवेचनाओं को शीघ्र निपटाने, जनता की शिकायतों को प्राथमिकता देने और बेहतर पुलिसिंग के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।


उन्होंने कहा कि पुलिस की छवि जनसेवा से बनती है और थाने को ऐसा केंद्र बनाना चाहिए जहां हर नागरिक को न्याय और सुरक्षा की भावना मिले।


अगर आप चाहें तो मैं इसे प्रेस रिलीज़ या सोशल मीडिया पोस्ट के रूप में भी ढाल सकता हूँ।


हीटवेव का कहर: गाजियाबाद में गर्मी से पांच की मौत, अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की भीड़

 



गाजियाबाद। शहर में गर्मी का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। लू और तेज धूप के चलते अस्पतालों की इमरजेंसी में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पिछले 24 घंटों में जिला एमएमजी और संजय नगर स्थित संयुक्त अस्पताल की इमरजेंसी में पांच लोगों की मौत हो चुकी है। जिला प्रशासन ने लोगों को हीटवेव से बचाव के लिए एडवाइजरी भी जारी की है।


बुधवार को जिला एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में 143 मरीज पहुंचे। इनमें प्रताप विहार निवासी 65 वर्षीय लक्ष्मी देवी को डिहाइड्रेशन की गंभीर हालत में लाया गया, जबकि बम्हैटा निवासी 38 वर्षीय सुभाष यादव को तेज बुखार और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी। दोनों की मौत हो गई और शव बिना पोस्टमार्टम के परिजनों को सौंप दिए गए। वहीं खोड़ा निवासी 40 वर्षीय कमला देवी को अचेत अवस्था में लाया गया, जिन्हें जांच के बाद मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार तीनों को बुखार, डिहाइड्रेशन और हाई बीपी की शिकायत थी।


डिहाइड्रेशन के 23 मरीज एमएमजी अस्पताल पहुंचे, जिनमें से चार की हालत गंभीर होने पर हायर सेंटर रेफर किया गया। अस्पताल की ओपीडी में भी बुखार, पेट दर्द और बदन दर्द की शिकायत लेकर पहुंचे मरीजों की संख्या में इजाफा देखा गया।


संजय नगर अस्पताल की इमरजेंसी में भी दो लोगों की मौत हुई। बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र के पास एक अज्ञात 40 वर्षीय व्यक्ति को बेहोशी की हालत में लाया गया, जिसे मृत घोषित कर दिया गया। वहीं मालीवाड़ा निवासी 55 वर्षीय अनिल सक्सेना की भी मौत हो गई।


गाजियाबाद में बुधवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 21 डिग्री दर्ज किया गया। एमएमजी की ओपीडी में कुल 2093 मरीज पहुंचे, जिनमें 1080 महिलाएं, 700 पुरुष और 313 बच्चे शामिल थे। इनमें बुखार के 284 मामले सामने आए, जिनमें 23 बच्चे थे। संयुक्त अस्पताल की ओपीडी में 1003 मरीज पहुंचे।


डॉ. संतराम वर्मा ने बताया कि गर्मी के चलते पेट दर्द, बुखार और थकावट की शिकायतें बढ़ रही हैं। उन्होंने लोगों को सुबह 11 से शाम 4 बजे तक धूप में निकलने से बचने और पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी है। इसके अलावा, एमएमजी में 205 लोगों को कुत्ते के काटने पर एंटी रेबीज वैक्सीन दी गई।


अगर चाहो तो इसे और छोटा या किसी खास फॉर्मेट में भी कर सकता हूँ—खबरनुमा, बुलेट पॉइंट्स, सोशल पोस्ट वगैरह।


लोनी: घर से आई बदबू से खुला राज, अंदर मिला महिला का शव, लिव-इन पार्टनर फरार

 



लोनी के ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र के इलायचीपुर गांव में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक मकान से तेज दुर्गंध आने लगी। पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घर के अंदर एक महिला का सड़ा-गला शव बरामद किया। जांच में पता चला कि महिला अपने पुरुष मित्र के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थी। घटना के बाद से उसका साथी फरार है।


एसीपी लोनी सिद्धार्थ गौतम के मुताबिक, इलायचीपुर की के.सी. कॉलोनी निवासी बरकत शाह ने 112 नंबर पर कॉल कर सूचना दी थी कि उनके किराएदार फैजल के कमरे से बदबू आ रही है। फैजल, इनामुल का बेटा है और मकान में अकेला रहता था।


पुलिस जब मौके पर पहुंची तो अंदर एक करीब 40 वर्षीय महिला का शव मिला। मृतका की पहचान कृष्णा देवी के रूप में हुई है, जो दिल्ली के हर्ष विहार थाना क्षेत्र की निवासी थी। बताया गया है कि वह फैजल के साथ लिव-इन में रहती थी और अक्सर उसके घर आती-जाती देखी जाती थी।


पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और कृष्णा देवी के परिजनों को सूचना दे दी गई है। फैजल की तलाश में टीमें लगाई गई हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच जारी है।


60 लाख के कर्ज में डूबे प्रोफेसर ने की आत्महत्या



डेढ़ मिनट की वीडियो में लिए 4 लोगों के नाम, पुलिस ने दर्ज किया केस


मोदीनगर के एमएम डिग्री कॉलेज में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर सुरेन्द्र कुमार मिश्रा ने भारी कर्ज के चलते जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उन्होंने एक मिनट 32 सेकंड का वीडियो बनाकर अपने हालात और उन लोगों का जिक्र किया, जो उन पर मानसिक दबाव बना रहे थे।


जानकारी के अनुसार, मिश्रा शेयर ट्रेडिंग में निवेश के चलते 60 लाख रुपये से ज्यादा के कर्ज में फंसे हुए थे। लगातार दबाव और मानसिक तनाव के कारण उन्होंने पांच दिन पहले आत्मघाती कदम उठाया। इलाज के दौरान मेरठ के एक अस्पताल में तीन दिन पहले उनकी मौत हो गई।


मृतक की पत्नी आरती की शिकायत पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इनमें एमएम डिग्री कॉलेज के ही असिस्टेंट प्रोफेसर दिनेश कुमार, लाइब्रेरियन डॉ. प्रदीप शर्मा, चपरासी हेम सिंह और दिल्ली विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पायल मागो शामिल हैं।


एसीपी मोदीनगर ज्ञानप्रकाश राय ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि सुरेन्द्र मिश्रा को भारी ब्याज दर पर कर्ज दिया गया था और कर्जदाता उसे चुकाने का लगातार दबाव बना रहे थे। पुलिस साक्ष्य जुटाकर मामले की आगे की जांच कर रही है।


आतंकवाद के विरोध में विश्व हिंदू परिषद का प्रदर्शन: गाजियाबाद में आतंकवाद का पुतला फूंका, पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए





जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने गाजियाबाद में जोरदार प्रदर्शन किया। दूसरे दिन भी इंदिरापुरम स्थित बुद्ध चौक पर सैकड़ों कार्यकर्ता एकत्र हुए और आतंकवाद का प्रतीकात्मक पुतला जलाया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने पुतले पर लात-घूंसे बरसाए और "पाकिस्तान मुर्दाबाद" व "जय श्रीराम" के नारे लगाए।



प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से मांग की कि आतंकवादी हमलों का सख्त जवाब दिया जाए। इस घटना को लेकर आम लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला। शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की एकजुटता का संदेश दिया।


प्रदर्शन के चलते बुद्ध चौक पर कुछ समय के लिए ट्रैफिक बाधित हो गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल मौके पर पहुंचा और यातायात व्यवस्था को सुचारू कराया। सुरक्षा के मद्देनज़र अतिरिक्त पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए।


प्रदर्शन में महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों की भी भागीदारी रही। कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान और देश के भीतर मौजूद आतंक समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए नारेबाजी की: "देश के गद्दारों को गोली मारो!"


विश्व हिंदू परिषद ने स्पष्ट किया कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा और हर आतंकी हमले का मुँहतोड़ जवाब देगा।



ATS नोएडा ने 30 साल से फरार आतंकी मंगत सिंह को किया गिरफ्तार

 


गाजियाबाद से था फरार, अमृतसर के गांव में छिपकर रह रहा था


नोएडा की एंटी टेररिज्म स्क्वाड (ATS) ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF) से जुड़े एक वांछित आतंकवादी मंगत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। मंगत सिंह पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था और वह पिछले 30 वर्षों से फरार चल रहा था। उसे देर रात अमृतसर के टिम्मोवाल गांव से अरेस्ट किया गया।


संगठन से जुड़ाव और पारिवारिक पृष्ठभूमि


मंगत सिंह मूल रूप से पंजाब के अमृतसर जिले के मझीटा का रहने वाला है। उसका भाई संगत सिंह, खालिस्तान कमांडो फोर्स का चीफ था, जिसे 1990 में पंजाब पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था। भाई की मौत के बाद मंगत सिंह संगठन का सक्रिय सदस्य बन गया था।


गाजियाबाद में आपराधिक गतिविधियां


मंगत सिंह गाजियाबाद के विवेकानगर में रहता था। 11 मार्च 1993 को गाजियाबाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। उसके पास से हथियार बरामद हुए थे और उसके खिलाफ थाना साहिबाबाद में जानलेवा हमले और टाडा एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके अलावा, उस पर लूट, वसूली और अन्य संगीन अपराधों में भी मामले दर्ज हैं।


जमानत के बाद फरारी


16 अगस्त 1995 को मंगत सिंह को जमानत पर रिहा किया गया, लेकिन इसके बाद वह फरार हो गया। तब से उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही थी। गाजियाबाद कोर्ट ने 12 दिसंबर 2024 और फिर 8 अप्रैल 2025 को उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे।


पंजाब में छिपा था, ATS ने पकड़ा


ATS को सूचना मिली थी कि मंगत सिंह अमृतसर में छिपा है। बुधवार शाम उसे टिम्मोवाल गांव से गिरफ्तार किया गया। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है और उसकी गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां उसके पुराने नेटवर्क और संपर्कों की जानकारी जुटा रही हैं।


बुधवार, 23 अप्रैल 2025

गाजियाबाद कमिश्नरेट की नई पहल



अब FIR की प्रति पीड़ितों को उनके घर पर दी जाएगी


गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने नागरिक केंद्रित पुलिसिंग को बढ़ावा देने के लिए एक नई और सराहनीय पहल की शुरुआत की है। पुलिस आयुक्त गाजियाबाद के निर्देश पर अब थानों में दर्ज होने वाली प्राथमिकी (FIR) की प्रति पीड़ितों को उनके घर जाकर सौंपी जाएगी।




जनता की सुविधा के लिए कदम


22 अप्रैल 2025 से इस योजना की शुरुआत की गई, जिसके तहत कमिश्नरेट गाजियाबाद के विभिन्न थानों में दर्ज कराई गई FIR की प्रतियां संबंधित पुलिसकर्मियों द्वारा सीधे वादी (पीड़ित) के घर जाकर उपलब्ध कराई गईं। इस पहल का उद्देश्य पीड़ितों को बार-बार थाने आने की आवश्यकता से मुक्ति दिलाना है, जिससे वे प्रक्रिया में पारदर्शिता और सहजता महसूस करें।




हर रोज पंजीकृत FIR अब घर तक पहुंचेगी


गाजियाबाद पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि अब प्रतिदिन दर्ज होने वाले अभियोगों की FIR की प्रति संबंधित पीड़ितों को उनके पते पर पहुँचाई जाएगी। इससे न केवल पुलिस-जनता के बीच विश्वास बढ़ेगा, बल्कि पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की भावना भी सुदृढ़ होगी।



नागरिक केंद्रित पुलिसिंग की दिशा में महत्वपूर्ण कदम


यह पहल गाजियाबाद पुलिस की नागरिकों को केंद्र में रखकर की जा रही कार्यशैली का प्रतीक है। इससे न केवल आम जनता को राहत मिलेगी, बल्कि शिकायतों के निवारण में भी समयबद्धता और संजीदगी आएगी।




गाजियाबाद में 87 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर





गाजियाबाद कमिश्नरेट में लापरवाही बरतने वाले 87 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। यह कदम डीसीपी स्तर पर आम जनता की शिकायतों और पुलिसकर्मियों की काम के प्रति लापरवाही के आधार पर उठाया गया है। कार्रवाई में सिटी, हिंडन और ग्रामीण क्षेत्रों के पुलिसकर्मी शामिल हैं।

जनता की शिकायतें बनीं कारण


डीसीपी सिटी राजेश कुमार के अनुसार, संबंधित एसीपी को थानों में तैनात पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट देने को कहा गया था। जिन पुलिसकर्मियों के खिलाफ जनता से लगातार शिकायतें मिल रही थीं और जिनमें चेतावनी के बावजूद कोई सुधार नहीं दिखा, उन्हें लाइन हाजिर किया गया।

सिटी जोन से 14, हिंडन जोन से 33 और ग्रामीण जोन से 40 पुलिसकर्मियों को हटाया गया है। इन सभी के नामों की सूची पुलिस कमिश्नर को भी भेज दी गई है।

ग्रेडिंग के आधार पर कार्रवाई


इस कार्रवाई से पहले पुलिसकर्मियों के काम का मूल्यांकन कर उन्हें ग्रेडिंग दी गई। बेहतर प्रदर्शन करने वालों को ए ग्रेड, संतोषजनक कार्य करने वालों को बी ग्रेड और लापरवाह पाए गए कर्मियों को सी ग्रेड दिया गया। सी ग्रेड पाने वाले 87 पुलिसकर्मियों को थानों और चौकियों से हटाकर लाइन में भेज दिया गया।

इस कदम का उद्देश्य पुलिसिंग में सुधार और जवाबदेही को सुनिश्चित करना है।



मंगलवार, 22 अप्रैल 2025

पासपोर्ट वेरिफिकेशन के नियमों में बदलाव: अब नहीं लगाने होंगे थाने के चक्कर

 


गाजियाबाद: पासपोर्ट के लिए पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया अब पहले से कहीं अधिक सरल हो गई है। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने इस प्रक्रिया को आम लोगों के लिए सुविधाजनक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। अब पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए लोगों को थाने के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।


बीट कांस्टेबल करेगा घर पर वेरिफिकेशन

नई व्यवस्था के तहत बीट कॉन्स्टेबल स्वयं आवेदकों के घर जाकर जरूरी दस्तावेज एकत्र करेगा और वहीं पर उनके हस्ताक्षर भी कराएगा। इससे न केवल लोगों का समय बचेगा, बल्कि उन्हें बार-बार थाने आने-जाने से भी राहत मिलेगी।


जिलेभर में लागू हुई नई व्यवस्था

गाजियाबाद के सभी थानों में यह नई प्रक्रिया लागू कर दी गई है। मोदीनगर, मुरादनगर, निवाड़ी और भोजपुर थानों में प्रतिदिन करीब 30 से 40 पासपोर्ट वेरिफिकेशन केस आते हैं। अब इन सभी मामलों की जांच बीट कॉन्स्टेबल द्वारा घर पर जाकर की जाएगी।


पुरानी व्यवस्था में होती थी परेशानी

पहले पुलिस आवेदक को फोन कर थाने बुलाती थी, जहां उन्हें अपने दस्तावेज और फोटो जमा कराने होते थे। यह प्रक्रिया समय लेने वाली थी और लोगों को परेशानी उठानी पड़ती थी।


अवैध उगाही पर लगेगी रोक

थानों में पासपोर्ट वेरिफिकेशन के नाम पर अवैध वसूली की शिकायतें भी मिलती रही हैं। कई मामलों में 500 से 1000 रुपये तक की मांग की जाती थी। नई व्यवस्था से इस तरह की गतिविधियों पर लगाम लगने की उम्मीद है।


पुलिस अधिकारियों की पुष्टि

मोदीनगर एसीपी ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि सभी बीट कॉन्स्टेबल को वेरिफिकेशन की जिम्मेदारी सौंप दी गई है और वे घर-घर जाकर यह काम कर रहे हैं। थाना प्रभारियों को भी निर्देश दे दिए गए हैं।


इस नई पहल से न केवल लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि पुलिस व्यवस्था में पारदर्शिता भी बढ़ेगी।


इंदिरापुरम के वन मॉल में आग का खतरा, सुरक्षा उपाय नाकाफी




उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद  में आगजनी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे हजारों लोगों की जान को खतरा बना हुआ है। भीषण गर्मी के कारण आग लगने की घटनाओं की आशंका और बढ़ गई है।



वन मॉल इन दिनों चर्चा में है क्योंकि वहां न तो अग्निशमन उपकरण काम कर रहे हैं और न ही आग से निपटने के पर्याप्त इंतज़ाम हैं।


1 अप्रैल से मॉल में एक मॉडल शॉप (शराब ठेका) शुरू की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यहां आग लगी, तो बड़ा विस्फोट हो सकता है।


सुरक्षा अधिकारी राहुल पाल को इस बारे में जानकारी दी गई है। जानकारी के अनुसार मॉल में मौजूद कई रेस्टोरेंट्स और दुकानों में फायर सिलेंडर तक नहीं लगे हैं, जबकि वहां खाना पकाने का काम होता है।


हाल ही में मॉल के ‘टाइम फॉर बाइट’ रेस्टोरेंट में आग लगने की घटना हुई, जिससे हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने पानी डालकर आग पर काबू पाया, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।


इस घटना के बाद प्रशासन द्वारा तुरंत सख्त कदम उठाना जरूरी हो गया है। मॉल में मौजूद सभी दुकानों और रेस्टोरेंट्स में अग्निशमन उपकरण अनिवार्य रूप से लगाए जाएं, और कर्मचारियों को फायर सेफ्टी की ट्रेनिंग दी जाए।


भीषण गर्मी के कारण पहले ही कई जगह आगजनी की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कई लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में लापरवाही अब किसी बड़ी त्रासदी को जन्म दे सकती है। समय रहते सुरक्षा उपायों को लागू करना बेहद जरूरी है।


आवासीय इलाके में कारखाने में लगी आग, एक की मौत, दो घायल

 



लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र के शांति नगर कॉलोनी में स्थित एक आवासीय इलाके में तीन मंजिला इमारत में चल रहे साड़ी कढ़ाई कारखाने में सोमवार सुबह आग लग गई। हादसे में एक कारीगर रिहान उर्फ मुर्शिद की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य कारीगर मोहम्मद साद (21) और सरफराज (22) गंभीर रूप से झुलस गए। दोनों को इलाज के लिए दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


पुलिस के अनुसार, सुबह करीब 10 बजे इमारत की दूसरी मंजिल से धुआं निकलता दिखाई दिया, जिसके थोड़ी देर बाद आग की लपटें उठने लगीं। उस समय कारखाने के अंदर तीन मजदूर काम कर रहे थे। आग लगने के बाद अंदर से चीख-पुकार मच गई, जिसे सुनकर आसपास के लोग मौके पर जुट गए और पाइपों से पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की। इसी दौरान दो कारीगर पड़ोसी की छत पर कूदकर जान बचाने में सफल रहे, हालांकि वे गंभीर रूप से झुलस गए।


घटना की सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग बुझने के बाद रिहान का शव कारखाने से बरामद किया गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर परिजनों को सूचना दे दी है।


एसीपी अंकुर विहार अजय कुमार ने बताया कि कारखाना धर्मवीर नामक व्यक्ति का है, जिसमें साड़ी पर कढ़ाई का कार्य किया जाता है। मौके से कुछ संदिग्ध सामग्री भी बरामद हुई है, जिससे आशंका है कि वहां आतिशबाजी का सामान भी तैयार किया जा रहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की जा रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि कारखाना वैध रूप से संचालित हो रहा था या नहीं और क्या मालिक के पास संबंधित लाइसेंस अथवा कागजात मौजूद हैं।


फिलहाल मामले की जांच जारी है।


गाजियाबाद में 28 हजार से अधिक व्यवसायिक वाहन बिना फिटनेस के, जब्ती की चेतावनी



गाजियाबाद। जिले में कुल 58,263 व्यवसायिक वाहन पंजीकृत हैं, जिनमें से 28,112 वाहनों की फिटनेस अब तक नवीनीकृत नहीं कराई गई है। इनमें ट्रक, कैंटर, स्कूली बसें, ई-रिक्शा, ऑटो और अन्य हल्के वाहन शामिल हैं। परिवहन विभाग ने चेतावनी दी है कि बिना फिटनेस के सड़क पर चलने वाले वाहनों को जब्त कर लिया जाएगा।


आरटीओ विभाग के अनुसार, वाहन स्वामियों को फिटनेस समाप्त होने पर नोटिस जारी किए गए हैं। नियमों के तहत, नए व्यवसायिक वाहनों की पहली फिटनेस जांच दो वर्षों के लिए होती है, इसके बाद हर साल यह जांच अनिवार्य होती है।


आरटीओ प्रवर्तन की ओर से वाहनों को सीज करने की कार्रवाई की जाती है, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते बड़ी संख्या में वाहन नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। पिछले साल जहां करीब 25,000 वाहन बिना फिटनेस के थे, वहीं इस साल यह संख्या बढ़कर 28,000 के पार पहुंच गई है।


आरटीओ केडी गौर ने बताया कि बिना फिटनेस वाले वाहनों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। रोजाना कार्रवाई की जा रही है और कई वाहनों को जब्त भी किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रभावी कार्रवाई के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें की जा रही हैं।


नियम तोड़ने वालों को चेतावनी:

परिवहन विभाग ने दोहराया है कि सड़क पर बिना वैध फिटनेस के चलने वाले किसी भी व्यवसायिक वाहन को बख्शा नहीं जाएगा।


ऊर्जा निगम की सख्त कार्रवाई: 14 हजार बकायेदारों के कनेक्शन काटे

 


गाजियाबाद। बिजली बिल बकाया रखने वालों के खिलाफ ऊर्जा निगम ने सख्त रुख अपनाते हुए तीनों जोनों में बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू कर दी है। 'एकमुश्त समाधान योजना' के समापन के बाद अब तक 14 हजार से अधिक बकायेदारों के कनेक्शन काटे जा चुके हैं। इस दौरान निगम ने करीब 10 करोड़ रुपये की बकाया राशि की वसूली भी की है।


जोन-2 के मुख्य अभियंता नरेश भारती ने जानकारी दी कि योजना समाप्त होने के बावजूद जिले में अब भी लगभग ढाई लाख उपभोक्ता बिजली बिल के बकायेदार हैं। इनमें से 14 हजार के कनेक्शन काट दिए गए हैं। कुछ उपभोक्ताओं ने आरसी (वसूली प्रमाण पत्र) जारी होने के बाद आंशिक भुगतान कर समय की मांग की है, जिन्हें फिलहाल राहत दी गई है


जोन-1 की स्थिति:

यहां 57,290 उपभोक्ताओं पर 49 करोड़ रुपये का बकाया था। 'एकमुश्त समाधान योजना' के तहत इनमें से केवल 8.5 करोड़ रुपये की ही वसूली हो सकी। अब भी 45,745 उपभोक्ता ऐसे हैं, जिन्होंने न तो योजना में भाग लिया और न ही बिल चुकाया।


जोन-2 का आंकड़ा:

1,55,926 उपभोक्ता इस योजना के पात्र थे, जिन पर कुल 348 करोड़ रुपये का बकाया है। इनमें से 52,429 उपभोक्ताओं ने करीब 32 करोड़ रुपये अदा किए। बाकी बकायेदारों में से 40 हजार के कनेक्शन काटे जा चुके हैं, जबकि एक लाख तीन हजार उपभोक्ताओं ने अब तक कोई भुगतान नहीं किया है।


जोन-3 में भी सख्ती:

यहां 70,421 उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने अब तक बिल नहीं चुकाया है।


लंबे समय से बकाया रखने वालों पर फोकस:

ऊर्जा निगम पहले उन उपभोक्ताओं पर कार्रवाई कर रहा है, जिन्होंने पिछले छह महीनों में एक भी रुपया बिल के रूप में जमा नहीं किया। ऐसे करीब 5,800 उपभोक्ता हैं। वहीं, करीब 7,900 उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने एक साल से बिजली बिल नहीं चुकाया।


निगम की चेतावनी:

बकाया नहीं चुकाने वाले उपभोक्ताओं पर कार्रवाई जारी रहेगी और समय पर भुगतान न करने वालों को किसी तरह की राहत नहीं दी जाएगी।


सोमवार, 21 अप्रैल 2025

गाजियाबाद ट्रैफिक नियमों में बड़ा बदलाव: अब केवल इंस्पेक्टर ही काटेंगे चालान, कांस्टेबल की भूमिका बदली

 



गाजियाबाद में ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पुलिस कमिश्नर जे. रविंद्र गौड़ ने कई अहम निर्देश जारी किए हैं। अब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर चालान काटने का अधिकार केवल ट्रैफिक इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर के पास होगा। कांस्टेबल अब चालान नहीं काटेंगे, बल्कि उनकी जिम्मेदारी केवल ट्रैफिक को नियंत्रित और सुव्यवस्थित बनाए रखने की होगी


अतिक्रमण पर सख्त कार्रवाई

चौराहों और मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ अब सख्त कदम उठाए जाएंगे। पुलिस भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 152 के तहत इन पर मुकदमा दर्ज करेगी और संबंधित रिपोर्ट, फोटो सहित, कोर्ट में पेश की जाएगी। यह रिपोर्ट ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर के माध्यम से संबंधित एसीपी को भेजी जाएगी।


चालान की संख्या और सख्ती

हर महीने ट्रैफिक पुलिस औसतन 1.5 लाख चालान काटती है। अब यह कार्य सिर्फ वरिष्ठ अधिकारियों के जिम्मे होगा, जिससे कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।


आयोजन के लिए पूर्व सूचना अनिवार्य

होटलों, बैंक्वेट हॉल और फार्म हाउस में आयोजित होने वाले समारोहों की पूर्व जानकारी ट्रैफिक पुलिस को देना अब जरूरी कर दिया गया है। इससे ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सकेगा। आयोजन स्थल के संचालकों को यह सूचना ईमेल के जरिए एडीसीपी ट्रैफिक को भेजनी होगी। इसके लिए एक आधिकारिक ईमेल – traffic.gz@up.gov.in – जारी किया गया है। जल्द ही इन संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर नियमों की जानकारी भी साझा की जाएगी।


बैठक में लिए गए निर्णय

रविवार रात पुलिस लाइन में हुई बैठक के दौरान पुलिस कमिश्नर ने ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों को इन बदलावों को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने साफ कहा कि अब कांस्टेबल चालान नहीं काटेंगे, बल्कि उनका मुख्य काम ट्रैफिक संचालन में सहयोग करना होगा।


नए नियमों का उद्देश्य

इन बदलावों का मकसद है शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को और अधिक सुचारू बनाना, अतिक्रमण को रोकना और ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर अधिक प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करना।


अगर चाहो तो मैं इसे न्यूज़ रिपोर्ट की तरह फॉर्मेट कर सकता हूँ या सोशल मीडिया पोस्ट के लिए भी तैयार कर सकता हूँ।


अब क्रॉस एफआईआर दर्ज करना होगा मुश्किल, पुलिस पहले करेगी जांच





गाजियाबादपुलिस कमिश्नरेट में कानून व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने की दिशा में पुलिस आयुक्त जे. रविंद्र गौड़ ने एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया है। अब किसी एक मामले में दोनों पक्षों द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ क्रॉस एफआईआर दर्ज कराना आसान नहीं होगा।


आयुक्त के अनुसार, कई बार झगड़े या विवादों में दोनों पक्ष एक-दूसरे पर एफआईआर दर्ज करा देते हैं, जिससे जांच अधिकारी के लिए सच्चाई तक पहुँचना कठिन हो जाता है। ऐसे मामलों में अब बिना जांच और वरिष्ठ अधिकारियों की अनुमति के क्रॉस एफआईआर दर्ज नहीं की जा सकेगी।


नई प्रक्रिया के तहत क्या होगा?


थानाध्यक्ष या विवेचक सीधे क्रॉस एफआईआर दर्ज नहीं करेगा


पहले घटनाक्रम की प्रारंभिक जांच की जाएगी।


इसके बाद रिपोर्ट संबंधित अपर पुलिस आयुक्त या सहायक पुलिस आयुक्त को दी जाएगी।


वरिष्ठ अधिकारी की अनुमति मिलने पर ही दूसरी एफआईआर दर्ज की जाएगी।


आदेश की अनदेखी करने वाले अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।




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2640 अपराधियों ने ली अपराध छोड़ने की शपथ


रविवार को गाजियाबाद पुलिस ने अपराध नियंत्रण की दिशा में एक नई पहल की। जिले के सभी थानों में कुल 2640 अपराधियों को बुलाया गया और भविष्य में अपराध न करने की शपथ दिलाई गई। इसका उद्देश्य उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना और अपराध की दुनिया से बाहर लाना था।


मुख्य बिंदु:


लूट, चोरी, अवैध शराब, जुआ-सट्टा, गौकशी और एनडीपीएस एक्ट जैसे मामलों में लिप्त अपराधियों को बुलाया गया।


बीते 10 वर्षों में चिन्हित अपराधियों के आपराधिक इतिहास की समीक्षा और उनकी वर्तमान गतिविधियों का सत्यापन किया गया।


अपराध न दोहराने का वचन लेते हुए सभी को शपथ दिलाई गई


पुलिस ने भरोसा दिलाया कि बिना वजह कोई कार्रवाई नहीं होगी, लेकिन अपराधियों को भी अपने जीवन में बदलाव लाना होगा।



डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने कहा कि यह सिर्फ निगरानी नहीं बल्कि सुधार का एक प्रयास है — "सख़्ती के साथ सुधार भी हमारी प्राथमिकता है।"


सर्वाधिक चिन्हित अपराधी लोनी (300), लोनी बार्डर (218), मोदीनगर (200), साहिबाबाद (92), और टीला मोड़ (82) क्षेत्रों में पाए गए। सभी थानों में इनकी प्रोफाइल तैयार कर डाटाबेस भी अपडेट किया गया।


शनिवार, 19 अप्रैल 2025

गाजियाबाद पुलिस की नई पहल



पीड़ितों को घर पर मिलेगी एफआईआर की कॉपी, अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश


गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश — शहर में पुलिसिंग को अधिक पारदर्शी और जनहितैषी बनाने की दिशा में गाजियाबाद के पुलिस आयुक्त जे. रविंद्र गौड़ ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। अब एफआईआर दर्ज होने के बाद उसकी प्रति सीधे पीड़ित के घर तक पहुंचाई जाएगी। इसके साथ ही, यदि किसी क्षेत्र में अवैध गतिविधियां पाई जाती हैं, तो संबंधित थाना प्रभारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।


पुलिस लाइन में आयोजित समीक्षा बैठक में जिले के समस्त थाना प्रभारियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करते हुए कमिश्नर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि हर दर्ज एफआईआर की प्रति अनिवार्य रूप से संबंधित व्यक्ति को उसके पते पर उपलब्ध कराई जाए। इस पहल का उद्देश्य पुलिस व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ाना और नागरिकों के प्रति उत्तरदायित्व को मजबूत करना है।


अवैध गतिविधियों पर सख्त रुख


सट्टा, जुआ, अवैध शराब कारोबार, भूमाफिया गतिविधियों एवं अवैध कब्जों की शिकायत मिलने पर त्वरित और कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस आयुक्त ने यह भी कहा कि वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं, बच्चों, दिव्यांगजनों और निर्धन वर्ग के साथ किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


जनसुनवाई और जवाबदेही की व्यवस्था


थाना प्रभारियों को प्रत्येक दिन प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक आम जनता से मिलने और उनकी समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, किसी भी पुलिसकर्मी के विरुद्ध रिश्वत लेने की शिकायत पर त्वरित अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।


पुलिसिंग में सुधार के लिए अन्य कदम


एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने, बीट प्रणाली को सुदृढ़ करने, और चरित्र सत्यापन जैसे मामलों को गंभीरता से लेने पर विशेष बल दिया गया है। कमिश्नर ने यह भी स्पष्ट किया कि क्रॉस एफआईआर के मामलों में समुचित जांच के बाद ही मामला दर्ज किया जाएगा, जिससे किसी के विरुद्ध अनुचित कार्रवाई न हो।


यह नई पहल गाजियाबाद पुलिस को जनसहयोग एवं विश्वास के साथ एक नई दिशा देने की ओर महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।




इसी क्रम में मोदीनगर पुलिस ने इस पहल की शुरुआत करते हुए वादी राहुल त्यागी को दर्ज प्राथमिकी की प्रति उनके निवास पर जाकर सौंपी। यह कदम गाज़ियाबाद पुलिस द्वारा नागरिकों की सहूलियत और विश्वास बढ़ाने की दिशा में एक अहम प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।



गाजियाबाद: NH-9 पर हादसे में युवक गंभीर रूप से घायल, पैर कुचला, विकलांग होने की आशंका




गाजियाबाद के एनएच-9 पर स्थित कनावनी कट के पास देर रात एक गंभीर सड़क हादसे में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। जानकारी के अनुसार, युवक नशे की हालत में हाइवे पार कर रहा था, तभी एक तेज रफ्तार कार ने उसे टक्कर मार दी। हादसे में युवक का एक पैर बुरी तरह कुचल गया, जिससे उसके स्थायी रूप से विकलांग होने की आशंका जताई जा रही है।


112 टीम ने पहुंचकर बचाई जान


हादसे की सूचना राहगीरों ने डायल 112 सेवा को दी। सूचना मिलते ही पीआरवी टीम के संजय सिंह और अभिजीत मौके पर पहुंचे और घायल युवक के लिए तत्काल एंबुलेंस की व्यवस्था की। पुलिस की मदद से युवक को पास के स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है।


लंबे समय तक सड़क पर पड़ा रहा घायल


प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के बाद युवक काफी देर तक सड़क पर ही पड़ा रहा। रात करीब 1 बजे हुई इस घटना में घायल की स्थिति बेहद गंभीर बताई जा रही है। स्थानीय लोगों की तत्परता और पुलिस की मुस्तैदी से समय रहते युवक को इलाज मिल सका।


पुलिस का कहना है कि युवक की पहचान और परिजनों से संपर्क किया जा रहा है। साथ ही मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है।


गाजियाबाद में वीएचपी कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन, बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग




गाजियाबाद में शनिवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। उनका यह प्रदर्शन पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के खिलाफ कथित हिंसा और अत्याचार के विरोध में था। कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की।


प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ता भगवा झंडे लेकर सड़क पर बैठे और पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। गाजियाबाद के मोहन नगर मंदिर से ट्रांस हिंडन डीसीपी कार्यालय तक एक रैली निकाली गई, जिसमें कार्यकर्ताओं ने मोहन नगर चौराहे को करीब 10 मिनट तक पूरी तरह से जाम कर दिया।


विहिप गाजियाबाद के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है और हिंदू समुदाय के साथ लगातार अत्याचार हो रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर एकतरफा कार्रवाई और मुस्लिम समुदाय का पक्ष लेने का आरोप लगाया।


प्रदर्शन के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एसीपी को ज्ञापन सौंपते हुए अपनी मांगें रखीं। अधिकारियों के आश्वासन के बाद यातायात जाम हटाया गया।


देश भर में इसी मुद्दे को लेकर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किए। गाजियाबाद की यह रैली विहिप-बजरंग दल के महानगर अध्यक्ष ब्रह्म दत्त गुप्ता के नेतृत्व में आयोजित की गई।




गाजियाबाद: निर्माणाधीन फैक्ट्री में शटरिंग गिरने से छह मजदूर घायल, NDRF ने चलाया सर्च ऑपरेशन





गाजियाबाद के लोनी स्थित रूप नगर औद्योगिक क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर एक निर्माणाधीन फैक्ट्री का लेंटर डालते समय शटरिंग गिर गई, जिससे छह मजदूर मलबे में दबकर घायल हो गए। सभी को स्थानीय लोगों, पुलिस और दमकल कर्मियों की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत अब खतरे से बाहर है।



हादसे की वजह और राहत कार्य

शुरुआती जांच में सामने आया कि शटरिंग को सहारा दे रही बल्ली खिसकने से यह हादसा हुआ। दोपहर करीब 3:30 बजे हादसा होते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई। पास की फैक्ट्रियों के मजदूर, पुलिस और अग्निशमन कर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे। पांच मजदूरों को तुरंत निकाल लिया गया, जबकि एक मजदूर जीतू को सरिया काटकर निकाला गया।


NDRF ने चलाया अभियान

शटरिंग के नीचे और मजदूरों के दबे होने की आशंका के चलते NDRF को बुलाया गया। गोविंदपुरम से आई आठवीं बटालियन की टीम ने करीब एक घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें और किसी के दबे होने की पुष्टि नहीं हुई।


घायल मजदूरों की पहचान

घायलों में सुमित (शाहजहांपुर), शाहिद मोहम्मद (हरदोई), नीरज और राजेश सिंह (खगड़िया, बिहार), जीतू (महोबा) और पप्पू (बरेली) शामिल हैं। सभी मजदूर ठेकेदारों के अंडर में काम कर रहे थे और उन्हें प्रतिदिन ₹600 से ₹1000 तक की मजदूरी मिल रही थी। हादसे के वक्त उनके पास कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं था।


जांच के आदेश

घटना के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया। एसडीएम राजेंद्र कुमार शुक्ला ने बताया कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को जांच और कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है।


पुलिस का बयान

सहायक पुलिस आयुक्त सिद्धार्थ गौतम ने बताया कि घटना में किसी प्रकार की शिकायत प्राप्त नहीं हुई है और सभी मजदूर खतरे से बाहर हैं।



गुरुवार, 17 अप्रैल 2025

जे. रविंदर गोड ने संभाला गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर का पद



कमिश्नर ने कहा – “हर शिकायत पर होगी सख्त कार्रवाई, लापरवाही पर निलंबन तय”


गुरुवार को 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी जे. रविंदर गोड ने गाजियाबाद के नए पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्यभार संभाल लिया। वे सीएम योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अधिकारियों में गिने जाते हैं। हाल ही में हुए आईपीएस अधिकारियों के तबादलों में उन्हें आगरा से स्थानांतरित कर गाजियाबाद भेजा गया है।



जनसुनवाई हर सुबह 10 बजे से, भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस

गोड ने कार्यभार ग्रहण करते ही सख्त संदेश दिया कि हर पुलिस ऑफिस में जनसुनवाई सुबह 10 बजे शुरू होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी थाने से लगातार शिकायतें मिलती हैं, तो संबंधित थाना प्रभारी पर सीधी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, भ्रष्टाचार के मामलों में तत्काल निलंबन का आदेश होगा।


जनप्रतिनिधियों से बेहतर तालमेल और सख्त कानून व्यवस्था

गोड ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बेहतर बनाया जाएगा, ताकि आम लोगों की समस्याएं तेजी से हल हों। उन्होंने संकेत दिया कि गौकशी, भूमाफिया और स्नैचिंग जैसी घटनाओं पर कठोर कदम उठाए जाएंगे। यदि बीट सिपाही से लेकर थाना प्रभारी तक लापरवाही पाई गई, तो कोई नहीं बचेगा।


वेस्ट यूपी से पूर्वांचल तक का अनुभव

जे. रविंदर गोड के पास लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़ और गोरखपुर जैसे शहरों में कानून व्यवस्था संभालने का व्यापक अनुभव है। आगरा में पुलिस कमिश्नर रहते हुए उन्होंने प्रशासनिक सख्ती और जवाबदेही पर जोर दिया। अब गाजियाबाद में भी वह उसी कार्यशैली को आगे बढ़ाएंगे।


गाजियाबाद में हाल के दिनों में जनप्रतिनिधियों द्वारा सुनवाई न होने की शिकायतें सामने आई थीं, जिन पर अब रविंदर गोड के नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।



गाजियाबाद में फेरों के दौरान दुल्हन ने रोकी शादी:

  

नकली जेवरात मिलने पर बारातियों को बनाया बंधक, दूल्हा और उसका पिता हिरासत में


मेरठ के गंगानगर निवासी एक युवक की शादी मोदीनगर के कादराबाद गांव की युवती से तय हुई थी। बुधवार रात बारात दिल्ली-मेरठ हाईवे स्थित एक फार्म हाउस पर पहुंची, जहां शादी की रस्में शुरू हुईं।


सभी रस्में पूरी होने के बाद जब दूल्हा-दुल्हन सात फेरों के लिए मंडप में बैठे, उस समय दूल्हे पक्ष की ओर से दुल्हन को जेवरात भेंट किए गए। लेकिन दुल्हन को जल्द ही पता चल गया कि दिए गए जेवर नकली हैं। इस पर उसने तुरंत शादी से इनकार कर दिया।


दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक समझौते की कोशिशें चलीं, लेकिन दुल्हन अपने फैसले पर अडिग रही। मामला बढ़ता देख लड़की पक्ष ने बारातियों को फार्म हाउस में ही बंधक बना लिया और पुलिस को सूचना दी।


पुलिस मौके पर पहुंची और दूल्हे व उसके पिता को हिरासत में लेकर थाने ले गई। एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि अभी तक किसी पक्ष ने कोई लिखित शिकायत नहीं दी है। तहरीर मिलने पर मामला दर्ज किया जाएगा। फिलहाल दोनों पक्ष थाने में बैठकर सुलह की कोशिश कर रहे हैं।


बुधवार, 16 अप्रैल 2025

श्रीमहंत नारायण गिरी सांस लेने में तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती, हालत स्थिर

 


गाजियाबाद। श्रीदूधेश्वरनाथ महादेव मठ मंदिर के श्रीमहंत नारायण गिरी को रविवार को सांस लेने में दिक्कत होने पर एमएमजी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार उन्हें निमोनिया हो गया है, जिससे फेफड़ों में संक्रमण फैल गया है। साथ ही वह मधुमेह (डायबिटीज) से भी पीड़ित हैं। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।


एमएमजी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. राकेश ने जानकारी दी कि श्रीमहंत को सांस फूलने और अत्यधिक कमजोरी की शिकायत के बाद अस्पताल लाया गया था। जांच में उनके फेफड़ों में संक्रमण और ऑक्सीजन लेवल में गिरावट पाई गई। उन्हें तुरंत ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया और जरूरी दवाइयों के साथ इलाज शुरू किया गया।


डॉ. राकेश ने बताया कि निमोनिया और मधुमेह की वजह से उनकी स्थिति थोड़ी जटिल हो गई थी, लेकिन समय पर इलाज शुरू होने के कारण अब उनकी तबीयत स्थिर है। उन्हें डॉक्टरी निगरानी में रखा गया है और नियमित इलाज जारी है।


गाज़ियाबाद के वसुंधरा सेक्टर 2बी में RWA का गठन

वसुंधरा, गाज़ियाबाद : सेक्टर 2बी में रेज़िडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) का गठन हाल ही में किया गया है। इस नवगठित एसोसिएशन में कुल 9 पदाधिकारी...