गाजियाबाद। बिजली बिल बकाया रखने वालों के खिलाफ ऊर्जा निगम ने सख्त रुख अपनाते हुए तीनों जोनों में बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू कर दी है। 'एकमुश्त समाधान योजना' के समापन के बाद अब तक 14 हजार से अधिक बकायेदारों के कनेक्शन काटे जा चुके हैं। इस दौरान निगम ने करीब 10 करोड़ रुपये की बकाया राशि की वसूली भी की है।
जोन-2 के मुख्य अभियंता नरेश भारती ने जानकारी दी कि योजना समाप्त होने के बावजूद जिले में अब भी लगभग ढाई लाख उपभोक्ता बिजली बिल के बकायेदार हैं। इनमें से 14 हजार के कनेक्शन काट दिए गए हैं। कुछ उपभोक्ताओं ने आरसी (वसूली प्रमाण पत्र) जारी होने के बाद आंशिक भुगतान कर समय की मांग की है, जिन्हें फिलहाल राहत दी गई है।
जोन-1 की स्थिति:
यहां 57,290 उपभोक्ताओं पर 49 करोड़ रुपये का बकाया था। 'एकमुश्त समाधान योजना' के तहत इनमें से केवल 8.5 करोड़ रुपये की ही वसूली हो सकी। अब भी 45,745 उपभोक्ता ऐसे हैं, जिन्होंने न तो योजना में भाग लिया और न ही बिल चुकाया।
जोन-2 का आंकड़ा:
1,55,926 उपभोक्ता इस योजना के पात्र थे, जिन पर कुल 348 करोड़ रुपये का बकाया है। इनमें से 52,429 उपभोक्ताओं ने करीब 32 करोड़ रुपये अदा किए। बाकी बकायेदारों में से 40 हजार के कनेक्शन काटे जा चुके हैं, जबकि एक लाख तीन हजार उपभोक्ताओं ने अब तक कोई भुगतान नहीं किया है।
जोन-3 में भी सख्ती:
यहां 70,421 उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने अब तक बिल नहीं चुकाया है।
लंबे समय से बकाया रखने वालों पर फोकस:
ऊर्जा निगम पहले उन उपभोक्ताओं पर कार्रवाई कर रहा है, जिन्होंने पिछले छह महीनों में एक भी रुपया बिल के रूप में जमा नहीं किया। ऐसे करीब 5,800 उपभोक्ता हैं। वहीं, करीब 7,900 उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने एक साल से बिजली बिल नहीं चुकाया।
निगम की चेतावनी:
बकाया नहीं चुकाने वाले उपभोक्ताओं पर कार्रवाई जारी रहेगी और समय पर भुगतान न करने वालों को किसी तरह की राहत नहीं दी जाएगी।
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