गाजियाबाद से था फरार, अमृतसर के गांव में छिपकर रह रहा था
नोएडा की एंटी टेररिज्म स्क्वाड (ATS) ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF) से जुड़े एक वांछित आतंकवादी मंगत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। मंगत सिंह पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था और वह पिछले 30 वर्षों से फरार चल रहा था। उसे देर रात अमृतसर के टिम्मोवाल गांव से अरेस्ट किया गया।
संगठन से जुड़ाव और पारिवारिक पृष्ठभूमि
मंगत सिंह मूल रूप से पंजाब के अमृतसर जिले के मझीटा का रहने वाला है। उसका भाई संगत सिंह, खालिस्तान कमांडो फोर्स का चीफ था, जिसे 1990 में पंजाब पुलिस ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था। भाई की मौत के बाद मंगत सिंह संगठन का सक्रिय सदस्य बन गया था।
गाजियाबाद में आपराधिक गतिविधियां
मंगत सिंह गाजियाबाद के विवेकानगर में रहता था। 11 मार्च 1993 को गाजियाबाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। उसके पास से हथियार बरामद हुए थे और उसके खिलाफ थाना साहिबाबाद में जानलेवा हमले और टाडा एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके अलावा, उस पर लूट, वसूली और अन्य संगीन अपराधों में भी मामले दर्ज हैं।
जमानत के बाद फरारी
16 अगस्त 1995 को मंगत सिंह को जमानत पर रिहा किया गया, लेकिन इसके बाद वह फरार हो गया। तब से उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही थी। गाजियाबाद कोर्ट ने 12 दिसंबर 2024 और फिर 8 अप्रैल 2025 को उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे।
पंजाब में छिपा था, ATS ने पकड़ा
ATS को सूचना मिली थी कि मंगत सिंह अमृतसर में छिपा है। बुधवार शाम उसे टिम्मोवाल गांव से गिरफ्तार किया गया। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है और उसकी गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां उसके पुराने नेटवर्क और संपर्कों की जानकारी जुटा रही हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें