गाजियाबाद। शुक्रवार को विकास भवन के सामने स्थित पार्क में नमाज नहीं पढ़ी गई। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के विरोध के चलते यह निर्णय लिया गया। दोनों संगठनों ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि अगर पार्क में नमाज पढ़ी गई तो वे भी वहीं हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। इस कारण पूरे इलाके में तनाव का माहौल बना रहा, जिसे देखते हुए पुलिस ने सुबह से ही भारी सुरक्षा व्यवस्था तैनात कर दी थी।
लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने भी इस मसले पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ना कट्टरपंथी सोच का प्रतीक है और इससे माहौल बिगड़ सकता है। उन्होंने सरकारी परिसर में नमाज पढ़ने को जेहादी मानसिकता की उपज बताया और इसमें शामिल कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
विश्व हिंदू परिषद के महानगर अध्यक्ष आलोक गर्ग ने बताया कि सरकारी परिसर में खुले में नमाज का विरोध करते हुए उन्होंने गुरुवार को ही कविनगर एसीपी को ज्ञापन सौंपा था और नमाज पर रोक लगाने की मांग की थी।
उन्होंने कहा, "हमने स्पष्ट किया था कि यदि नमाज हुई तो हम हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। शुक्र है कि शुक्रवार को कोई नमाज पढ़ने नहीं आया और पुलिस की मौजूदगी से स्थिति नियंत्रित रही।"
एसीपी कविनगर भास्कर वर्मा ने बताया कि एहतियातन पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। पुलिस की निगरानी में शुक्रवार का दिन शांतिपूर्ण रहा।