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गुरुवार, 10 जुलाई 2025
मोदीनगर: कारोबारी को दोस्त ने मारी गोली, चेहरा चीरते हुए निकली बुलेट; हालत नाजुक, मेरठ रेफर
श्मशान नहीं, खुले में अंतिम संस्कार: बारिश में तिरपाल और JCB की छांव में दी विदाई
हाले सरकार -
रिपोर्ट :- सौरव दिक्षित (समाचार प्रभारी )
गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित गांव मिलक दुहाई में श्मशान घाट की अनुपलब्धता ने एक बार फिर सिस्टम की नाकामी को उजागर कर दिया है। गांव की 65 वर्षीय महिला शीला देवी के अंतिम संस्कार के दौरान अचानक तेज बारिश शुरू हो गई, जिससे परिजन और ग्रामीणों को मजबूरी में खुले में ही अंत्येष्टि करनी पड़ी।
बारिश से बचने के लिए ग्रामीणों ने तिरपाल तानी और JCB मशीन के पंजे को छतरी की तरह इस्तेमाल किया। यह अस्थायी इंतजाम ही उस समय का सहारा बना। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोगों की नाराजगी को भी दर्शा रहा है।
बताया जा रहा है कि यह वीडियो चार दिन पुराना है। मिलक दुहाई गांव, नगर निगम गाजियाबाद क्षेत्र में आता है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार श्मशान घाट की मांग को लेकर ज्ञापन और आंदोलन किए, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। जिस भूमि पर श्मशान घाट प्रस्तावित था, वह कानूनी विवाद में उलझी हुई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बरसात के मौसम में अंतिम संस्कार करना बेहद चुनौतीपूर्ण हो जाता है और यह मानवीय गरिमा के खिलाफ है। इस घटना ने एक बार फिर बुनियादी नागरिक सुविधाओं की कमी को उजागर कर दिया है, जिससे ग्रामीण लंबे समय से जूझ रहे हैं।
एनसीआर और पश्चिमी यूपी में भूकंप के झटके: रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.4, लोग घरों से बाहर निकले
गुरुवार सुबह 9:05 बजे एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और मेरठ समेत कई इलाकों में धरती अचानक हिलने लगी, जिससे लोग घबरा गए और घरों से बाहर निकल आए।
हरियाणा के झज्जर में था भूकंप का केंद्र
भूकंप का केंद्र हरियाणा के झज्जर जिले में स्थित था और इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 मापी गई। झटके करीब 10 सेकंड तक महसूस किए गए, जिनकी वजह से कई क्षेत्रों में दहशत का माहौल बन गया।
लोग खुले स्थानों की ओर भागे
भूकंप के झटके लगते ही लोग घरों, दफ्तरों और दुकानों से बाहर निकलकर खुले स्थानों की ओर भागते नजर आए। हालांकि, किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है।
"सब कुछ हिलने लगा, हम डर गए" – स्थानीय निवासी
मेरठ निवासी रमेश कुमार ने बताया, “सुबह अचानक फर्श और दीवारें हिलने लगीं। करीब दो मिनट बाद एक और हल्का झटका महसूस हुआ। हम सभी डर के मारे बाहर निकल आए।”
भूकंप के बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों ने अपनी प्रतिक्रियाएं साझा कीं और एक-दूसरे की कुशलता की जानकारी ली। प्रशासन की ओर से भी स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
कांवड़ यात्रा को लेकर गाजियाबाद में बसों और भारी वाहनों का रूट बदला, 11 जुलाई रात 10 बजे से नया डायवर्जन प्लान लागू
गाजियाबाद। कांवड़ यात्रा 2025 को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने गाजियाबाद और आसपास के इलाकों के लिए ट्रैफिक डायवर्जन प्लान जारी कर दिया है। एडिशनल डीसीपी ट्रैफिक सच्चिदानंद के मुताबिक यह प्लान 11 जुलाई की रात 10 बजे से 25 जुलाई तक लागू रहेगा। इस दौरान रोडवेज और प्राइवेट बसों के साथ भारी वाहनों को भी वैकल्पिक मार्गों से गुजारा जाएगा।
15 दिन तक आम जनता को झेलनी होगी परेशानी
यात्रा मार्गों पर सुरक्षा के मद्देनज़र शहर से होकर गुजरने वाली रोडवेज बसों और ट्रकों को डायवर्ट किया जाएगा। इससे न केवल गाजियाबाद बल्कि आसपास के जिलों से सफर करने वाले लोगों को भी परेशानी उठानी पड़ेगी।
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👉 भारी वाहनों के लिए ट्रैफिक डायवर्जन प्लान
1. दिल्ली से आने वाले वाहन
लोनी बॉर्डर, तुलसी निकेतन, सीमापुरी, आनंद विहार बॉर्डर से भारी वाहनों का गाजियाबाद में प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
हरिद्वार, अमरोहा, मुरादाबाद, लखनऊ जैसे गंतव्य वालों को रोड नंबर 56 से यूपी गेट (गाजीपुर बॉर्डर) होकर NH-9 से डासना इंटरसेक्शन और फिर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से जाना होगा।
बागपत की ओर से दिल्ली जाने वाले वाहन ट्रोनिका सिटी व सोनिया विहार होकर जाएं।
लोनी बॉर्डर से लोनी कस्बे की ओर भारी वाहन नहीं जा सकेंगे।
2. हापुड़/बुलंदशहर की ओर से आने वाले वाहन
डासना पुल, लाल कुआं, आत्माराम स्टील प्लांट तिराहा से गाजियाबाद की ओर आना प्रतिबंधित।
दिल्ली जाने वाले वाहन केवल NH-9 का उपयोग करें।
संतोष मेडिकल कट, जल निगम टी-पॉइंट से नई लिंक रोड व मेरठ तिराहे की ओर भी भारी वाहन नहीं जा सकेंगे।
गौर ग्रीन, खोड़ा, कालापत्थर, सेक्टर-62, छिजारसी, कनावनी पुस्ता से इंद्रापुरम की ओर भारी वाहनों का प्रवेश बंद।
गंगनहर पटरी कांवड़ मार्ग, पाइपलाइन मार्ग, NH-34 (पूर्व NH-58), दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी।
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से कुंडली/पलवल की ओर से आने वाले वाहन दुहाई उतार से NH-34 पर नहीं उतर सकेंगे।
3. मोदीनगर की ओर प्रतिबंध
हापुड़-भोजपुर से आने वाले वाहनों को मोदीनगर की तरफ जाने की अनुमति नहीं होगी।
4. साहिबाबाद मार्ग बंद
सौर ऊर्जा मार्ग से साहिबाबाद अंडरपास होकर जीटी रोड की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी।
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यात्रियों के लिए सलाह
कांवड़ यात्रा के दौरान यदि आप गाजियाबाद या उसके आसपास के क्षेत्रों से गुजर रहे हैं, तो अपने सफर की योजना पहले से बना लें और ट्रैफिक पुलिस के डायवर्जन निर्देशों का पालन करें। पुलिस ने यात्रियों से सहयोग की अपील की है ताकि यात्रा के दौरान कोई असुविधा न हो।
बुधवार, 9 जुलाई 2025
रिश्वत लेते पकड़े गए श्रम आयुक्त कार्यालय के स्टेनो और संविदाकर्मी, एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई
रिपोर्ट :- सौरव दिक्षित (समाचार प्रभारी )
गाजियाबाद। सिहानी गेट थाना क्षेत्र स्थित श्रम आयुक्त कार्यालय में एंटी करप्शन टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सहायक श्रम आयुक्त के स्टेनो अमित कुमार और संविदा पर कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर भुवनेश शर्मा को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। टीम ने दोनों को सिहानी गेट थाने की पुलिस के हवाले कर दिया।
शिकायतकर्ता आशीष त्यागी ने बताया कि उनके पिता रोडवेज में बस चालक थे और वर्ष 2009 में एक सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई थी। इस संबंध में रोडवेज विभाग द्वारा उनकी मां के नाम मुआवजे के तौर पर लेबर कोर्ट में 71 हजार और 67 हजार रुपये के दो चेक भेजे गए थे। जब आशीष ने यह चेक लेने के लिए श्रम कार्यालय से संपर्क किया, तो स्टेनो अमित कुमार ने चेक देने के एवज में 10 हजार रुपये की घूस मांगी।
शिकायत पर संज्ञान लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाया और दोनों आरोपियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। पुलिस आगे की जांच में जुट गई है।
गाजियाबाद पुलिस ने चलाया वृक्षारोपण महाभियान, 9240 पौधे लगाने का रखा गया लक्ष्य
गाजियाबाद।
उत्तर प्रदेश सरकार के 'वृक्षारोपण महाभियान–2025' के तहत गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस ने 9 जुलाई को एक व्यापक वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया। इस अभियान के तहत प्रदेशभर में 37 करोड़ से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया, जिसका उद्देश्य हरित आवरण बढ़ाना, जलवायु संतुलन बनाए रखना और पर्यावरण के प्रति जनसहभागिता को प्रोत्साहित करना है।
गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नरेट के सभी थानों, कार्यालयों और पुलिस लाइंस (परेड ग्राउंड) में एकसाथ पौधरोपण किया गया। इस अभियान में पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी ने मिलकर छायादार, औषधीय और फलदार पौधों का रोपण किया।
इस वर्ष अभियान को “एक पेड़ माँ के नाम” थीम के तहत मनाया गया। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट को कुल 9240 पौधे लगाने का लक्ष्य सौंपा गया था, जिसके लिए पुलिस लाइन्स, थानों और कार्यालयों को आवश्यक पौधे उपलब्ध कराए गए।
पुलिस लाइन्स परेड ग्राउंड में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गाजियाबाद के सांसद श्री अतुल गर्ग उपस्थित रहे। उनके साथ पुलिस आयुक्त समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पौधरोपण कर अभियान की शुरुआत की। इस मौके पर अपर पुलिस आयुक्त (अपराध एवं कानून व्यवस्था), अपर पुलिस उपायुक्त (लाइन्स) सहित कई अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
पौधरोपण के बाद सभी पौधों की जियो टैगिंग कर उन्हें उत्तर प्रदेश वन विभाग के ‘हरितिमा अमृत ऐप’ पर अपलोड किया गया, ताकि प्रत्येक पौधे की निगरानी सुनिश्चित की जा सके।
गाजियाबाद पुलिस का संदेश स्पष्ट था — “वृक्षारोपण केवल एक कार्य नहीं, भविष्य के प्रति हमारा संकल्प है।”
गाजियाबाद: अग्निशमन नियमों की अनदेखी पर दो सोसायटियों के खिलाफ मामला दर्ज, विभाग ने चस्पा किया नोटिस
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मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल |
साहिबाबाद।
गाजियाबाद के मोहन नगर स्थित गुलमोहर ग्रीन सोसायटी और टीलामोड़ की ऑक्सी होम्स सोसायटी अग्निशमन विभाग के सुरक्षा मानकों पर खरी नहीं उतरीं। लगातार नोटिस और निरीक्षण के बावजूद एनओसी (नॉन ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) न लेने और सुरक्षा उपाय न करने पर अग्निशमन विभाग ने दोनों सोसायटियों के खिलाफ वाद दायर कर दिया है। साथ ही विभाग ने उनके बाहर नोटिस भी चस्पा कर दिए हैं।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल ने बताया कि कई बार चेतावनी और निरीक्षण के बावजूद आवश्यक फायर सेफ्टी उपकरण नहीं लगाए गए। इसके चलते विभाग को कोर्ट में अपील करनी पड़ी, जिसके आधार पर नियमों के उल्लंघन में वाद दायर किया गया।
इस बीच, गुलमोहर ग्रीन सोसायटी के एओए अध्यक्ष भूषण चौधरी ने सफाई देते हुए बताया कि वर्ष 2022 में तत्कालीन अध्यक्ष ने हैंडओवर प्रक्रिया में लापरवाही बरती थी। उन्होंने बिना जांच के खराब फायर सिस्टम लगा छोड़ा और उसे दुरुस्त कराने के लिए बिल्डर से कोई भुगतान नहीं लिया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने खुद इन अनियमितताओं की शिकायत विभाग में की थी।
गौरतलब है कि गुलमोहर ग्रीन सोसायटी में फायर सिस्टम की गड़बड़ियों को लेकर वर्ष 2015 में भी एक केस कोर्ट में दायर हो चुका है।
अब अग्निशमन विभाग की सख्ती के बाद दोनों सोसायटियों को जल्द सुधारात्मक कदम उठाने पड़ सकते हैं।
मोदीनगर: कारोबारी को दोस्त ने मारी गोली, चेहरा चीरते हुए निकली बुलेट; हालत नाजुक, मेरठ रेफर
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