गाजियाबाद में कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। यात्रा 11 जुलाई से शुरू होगी। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने यात्रा मार्गों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।
यात्रा मार्गों की मरम्मत जोरों पर
प्रशासन ने मेरठ रोड सहित सभी प्रमुख मार्गों पर गड्ढों और जलभराव की समस्याओं को प्राथमिकता पर लिया है। मरम्मत का कार्य तेज़ी से चल रहा है और इसे अगले 2-3 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
बिजली और रोशनी की पुख्ता व्यवस्था
बिजली विभाग को खुले तारों को ढकने और पोल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश मिले हैं। डार्क स्पॉट्स पर तत्काल स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी ताकि रात में भी सुरक्षा बनी रहे।
खाद्य और पेय प्रतिष्ठानों पर सख्ती
कांवड़ मार्ग पर स्थित ढाबों और रेस्टोरेंट्स को नेम प्लेट और रेट लिस्ट लगाना अनिवार्य किया गया है। मांस और शराब की सभी दुकानों को यात्रा के दौरान बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
पुलिस द्वारा दुकानों और स्टॉल्स का सत्यापन किया जाएगा। भीड़भाड़ वाले स्थानों, जैसे दूधेश्वरनाथ मंदिर के आसपास बैरिकेडिंग बढ़ाई जा रही है। संभावित संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिसबल तैनात रहेगा।
सीमाओं पर विशेष निगरानी
दिल्ली और नोएडा की सीमाओं पर ट्रैफिक और सुरक्षा को लेकर अलग से विशेष बैठक बुलाई गई है ताकि आवागमन और व्यवस्था में कोई बाधा न आए।
प्रशासन की प्राथमिकता: शांतिपूर्ण यात्रा
प्रशासन का उद्देश्य श्रद्धालुओं की यात्रा को पूरी तरह से सुरक्षित, शांतिपूर्ण और व्यवस्थित बनाना है, जिससे कांवड़ियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।