रिपोर्ट:- सौरव दीक्षित (समाचार प्रभारी )
गाज़ियाबाद (गोविंदपुरम) — इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में कार्यरत अविनाश और उनकी बहन अंजलि की आत्महत्या के मामले में शुक्रवार को एक बड़ा खुलासा हुआ है। अंजलि द्वारा लिखे गए 22 पन्नों के सुसाइड नोट ने पूरे घटनाक्रम को नया मोड़ दे दिया है। सुसाइड नोट में अंजलि ने अपने पिता सुखवीर सिंह और सौतेली मां रितु देवी को अपनी और भाई की मौत का जिम्मेदार बताया है।
📓 साफ कहा – “मेरे शव को हाथ न लगाएं”
अंजलि ने अपने अंतिम शब्दों में साफ लिखा है कि उनकी चिता को न तो पिता और न ही सौतेली मां छुएं। अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी उन्होंने अपने करीबी दोस्त को दी है। साथ ही अपने बैंक खाते, पीएफ और बीमा की रकम भी उसी दोस्त को देने की बात कही है।
💬 “16 साल का दर्द सिर्फ हम जानते हैं”
अंजलि ने सुसाइड नोट में अपने जीवन के दर्दनाक अनुभव साझा किए हैं। उन्होंने लिखा —
> “पापा सिर्फ जन्म देने से कोई पिता नहीं बन जाता। आपने कभी हमारी भावनाओं को नहीं समझा। दूसरी शादी के बाद आपने हमारे सुख छीन लिए। मेरी सौतेली मां ने मेरे चरित्र पर सवाल उठाए और आपने चुप्पी साधे रखी।”
📸 सुसाइड नोट की तस्वीरें रिश्तेदारों को भेजीं
अंजलि ने आत्महत्या से पहले डायरी के पन्नों की फोटो पिता, सौतेली मां, मौसा और मौसी को व्हाट्सएप पर भेजी। इसमें उन्होंने अपनी पीड़ा, उपेक्षा और शोषण का उल्लेख किया है। उन्होंने लिखा कि अगर वह अकेली आत्महत्या करती, तो समाज उसके चरित्र पर सवाल उठाता — इसलिए दोनों भाई-बहन ने एक साथ यह कदम उठाया।
💔 “मुझे सिर्फ मेरा दोस्त समझा”
नोट में अंजलि ने अपने एक करीबी दोस्त का नाम लिखते हुए उसे ही अपना सच्चा शुभचिंतक बताया। उन्होंने कहा कि वह उनके अंतिम समय तक साथ रहा और उसे अपने पैसे, पॉलिसी और संपत्ति देने की बात कही।
👮 पुलिस को नोट अब जाकर मिला
गुरुवार को आत्महत्या के बाद पुलिस को पहले सुसाइड नोट नहीं मिला था, लेकिन शुक्रवार को कमरे की तलाशी में यह नोट डायरी में मिला। अब पुलिस इसे गंभीरता से लेकर जांच में जुट गई है।
🗣️ पुलिस का बयान
> “हमें युवती का विस्तृत सुसाइड नोट मिला है जिसमें कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पूरे मामले की जांच की जा रही है और वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।”
– धवल जायसवाल, डीसीपी सिटी