रिपोर्ट:- सौरव दिक्षित (समाचार प्रभारी )
गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना क्षेत्र स्थित करहेड़ा में रहने वाले एक युवक को वाहन चालान का फर्जी लिंक भेजकर साइबर ठगों ने 4.99 लाख रुपये की ठगी कर डाली। यह ठगी एक फर्जी ट्रैफिक चालान लिंक के ज़रिए की गई, जिसे असली समझकर युवक ने गलती से ओटीपी साझा कर दिया।
🔗 कैसे हुई ठगी?
करहेड़ा निवासी विकेश के मुताबिक, 23 जुलाई को उनके व्हाट्सएप पर ट्रैफिक पुलिस के नाम से एक चालान लिंक आया। उन्होंने लिंक पर क्लिक किया, लेकिन चालान नहीं खुला, जिसके बाद उन्होंने फोन बंद कर दिया।
अगले दिन उनके फोन पर एक ओटीपी आया, जिसे उन्होंने उसी लिंक पर दर्ज कर दिया। कुछ ही देर में उनके खाते से लगातार कई बार में कुल 4.99 लाख रुपये निकल गए।
घबराए विकेश ने तुरंत बैंक के कस्टमर केयर से संपर्क कर खाता ब्लॉक कराया और फिर साहिबाबाद थाने में शिकायत दर्ज कराई।
🕵️♀️ पुलिस जांच में जुटी
एसीपी साहिबाबाद श्वेता यादव ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और साइबर सेल जांच कर रही है। ठगों ने जिस फर्जी वेबसाइट का इस्तेमाल किया, उसकी तकनीकी जांच भी शुरू हो गई है।
⚠️ क्या रखें सावधानी?
किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें, चाहे वह ट्रैफिक चालान या बैंक का हो।
OTP किसी के साथ साझा न करें, यहां तक कि किसी वेबसाइट पर भी नहीं।
ट्रैफिक चालान देखने के लिए केवल सरकारी वेबसाइट (जैसे parivahan.gov.in) का ही इस्तेमाल करें।
मोबाइल पर इस तरह के मैसेज या लिंक आएं तो सीधे संबंधित विभाग या साइबर हेल्पलाइन से पुष्टि करें।
यह घटना एक बड़ा अलर्ट है कि डिजिटल फ्रॉड अब बेहद पेशेवर तरीके से किए जा रहे हैं। सतर्कता ही सुरक्षा है।