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गुरुवार, 24 जुलाई 2025

वैशाली सेक्टर-5 के फ्लैट में भीषण आग: फ्रिज में शॉर्ट सर्किट से हादसा, दमकल ने पाया काबू

 


साहिबाबाद। कौशांबी थाना क्षेत्र की डिजाइन आर्क सोसायटी, वैशाली सेक्टर-5 में गुरुवार सुबह एक फ्लैट में भीषण आग लग गई। प्रारंभिक जांच में आग का कारण फ्रिज में शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। राहत की बात रही कि घटना के समय फ्लैट खाली था और कोई जनहानि नहीं हुई।


दूसरी मंजिल पर रहने वाले कपिल गर्ग के फ्लैट से करीब 11:45 बजे धुआं और लपटें उठती देख अन्य निवासियों ने तत्काल दमकल विभाग को सूचना दी। आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में पूरे फ्लैट को चपेट में ले लिया। कांच और खिड़कियों के टूटने की आवाजें दूर तक सुनाई दीं।


मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल पाल के अनुसार, दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और फ्लैट का दरवाजा तोड़कर आग बुझाने का अभियान शुरू किया गया। लगभग आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।


अधिकारियों ने बताया कि फ्लैट में रखा सारा घरेलू सामान जलकर राख हो गया। प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि आग फ्रिज में शॉर्ट सर्किट से लगी। हालांकि, मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।


क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुल रहमान सिद्दीकी सस्पेंड: 6 साल पुरानी लापरवाही बनी बड़ी वजह, छांगुर गैंग से कनेक्शन की जांच जारी

 


रिपोर्ट :-सौरव दिक्षित समाचार प्रभारी 

गाजियाबाद:

कमिश्नरेट पुलिस के क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुल रहमान सिद्दीकी को पुलिस आयुक्त जे. रविंदर गौड़ ने निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई एक छह साल पुराने अपहरण मामले में लापरवाही सामने आने के बाद की गई है, जिसमें सिद्दीकी की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है।


मामला क्या है?


वर्ष 2019 में मेरठ के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक युवती के अपहरण की रिपोर्ट थाने में दी गई थी। परिजनों ने आरोप लगाया था कि यह अपहरण छांगुर बाबा गिरोह के सक्रिय सदस्य बदर अख्तर सिद्दीकी ने किया है। उस समय सिविल लाइन थाने के प्रभारी अब्दुल रहमान सिद्दीकी थे, जिन्होंने कथित रूप से परिजनों की शिकायत को अनदेखा कर उन्हें थाने से भगा दिया।


जांच में खुली पोल


छांगुर बाबा के एटीएस की गिरफ्त में आने के बाद, उससे पूछताछ में इस मामले की जानकारी सामने आई। इसके बाद जब एटीएस ने मेरठ एसएसपी को पत्र लिखकर 2019 के केस से संबंधित जानकारी मांगी, तो जांच में अब्दुल रहमान सिद्दीकी की लापरवाही साबित हुई।


युवती करती थी कॉल सेंटर में काम


अपहृत युवती सरूरपुर की रहने वाली थी और एक कॉल सेंटर में काम करती थी। इसी दौरान उसकी पहचान बदर अख्तर से हुई। बाद में एक क्रेडिट कार्ड फ्रॉड के जरिए युवती के परिवार को पता चला कि बदर उसका नाम और कार्ड इस्तेमाल कर रहा है। जब उन्होंने पुलिस में शिकायत की, तो सुनवाई नहीं हुई।


बदर अख्तर: छांगुर गैंग का ‘फील्ड वर्कर’


बदर अख्तर सिद्दीकी, मेरठ के लिसाड़ी गेट क्षेत्र के किदवई नगर का निवासी है और छांगुर बाबा गैंग का प्रमुख सदस्य बताया जा रहा है। उस पर हिंदू युवतियों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने के गंभीर आरोप हैं।


एटीएस को उसके खिलाफ कई चैट्स और कॉल रिकॉर्डिंग्स भी मिले हैं, जिससे यह साफ होता है कि वह सिर्फ एक-दो नहीं, बल्कि कई मामलों में सक्रिय भूमिका निभा रहा था। उसकी गैंग में भूमिका एक 'फील्ड वर्कर' जैसी थी जो युवतियों से सीधे संपर्क बनाता और फिर उनका ब्रेनवॉश करने की कोशिश करता।


पुलिस की कार्रवाई


अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) आलोक प्रियदर्शी ने पुष्टि की है कि अब्दुल रहमान सिद्दीकी को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही मेरठ पुलिस अब बदर अख्तर की तलाश में जुट गई है, जो आखिरी बार सरूरपुर इलाके में देखा गया था।


निष्कर्ष


छांगुर गैंग के खिलाफ चल रही जांच ने एक पुराने मामले की परतें खोल दी हैं और पुलिस विभाग के भीतर की लापरवाही को उजागर किया है। यह प्रकरण अब न सिर्फ सस्पेंड हुए अधिकारी की भूमिका पर सवाल उठा रहा है, बल्कि पुलिस की जवाबदेही पर भी गंभीर बहस छेड़ रहा है।


बुधवार, 23 जुलाई 2025

उत्तर कुमार पर गंभीर आरोपों की फेहरिस्त और लंबी हुई: शादी का झांसा, ब्लैकमेलिंग, निजी फोटो वायरल करने का भी आरोप

 



हरियाणवी फिल्म अभिनेता और निर्माता उत्तर कुमार पर एक अभिनेत्री द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोपों में अब नए और गंभीर मोड़ आ गए हैं। पीड़िता का कहना है कि उत्तर कुमार ने बार-बार लीड रोल और शादी का झांसा देकर उनका इस्तेमाल किया और जब उन्होंने विरोध किया, तो उन्हें बदनाम करने की धमकी दी गई। गाजियाबाद के शालीमार गार्डन थाने में दर्ज इस मामले की जांच अब कई स्तरों पर आगे बढ़ रही है।



🔁 वादे, झांसे और धोखा


पीड़िता के अनुसार, जब वह धीरे-धीरे लोकप्रिय होने लगीं और दूसरे प्रोडक्शन हाउस से फिल्म ऑफर मिलने लगे, तो उत्तर कुमार ने फिर से शादी का वादा कर उन्हें अपने प्रोजेक्ट्स से जोड़े रखा।


उन्होंने पीड़िता से कहा कि वह दूसरी जगह काम न करें, और बदले में उन्हें फिल्मों में लीड रोल दिया जाएगा। लेकिन ना तो शादी का वादा निभाया गया, और ना ही उन्हें फिल्मों में प्रमुख भूमिका मिली।



📸 निजी फोटो-वीडियो वायरल करने का आरोप


मामला तब और बिगड़ गया जब पीड़िता ने अपनी बहन के सामने उत्तर कुमार से जवाब मांगा।

आरोप है कि:


उत्तर कुमार ने मानहानि का मुकदमा करने की धमकी दी।


उन्होंने पीड़िता की निजी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए।


जब पीड़िता ने विरोध जताया, तो उन्हें जातिसूचक शब्द कहे गए और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई।


👮 पुलिस कर रही जांच


शिकायत के बाद पीड़िता ने शालीमार गार्डन थाने में दुष्कर्म, एससी/एसटी एक्ट, आईटी एक्ट और अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई।

एसीपी शालीमार गार्डन अतुल कुमार सिंह ने बताया कि:


> "पीड़िता की शिकायत पर आरोपी उत्तर कुमार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर कार्रवाई की जाएगी।"


🎬 फिल्म इंडस्ट्री पर एक और सवाल


यह मामला फिल्म इंडस्ट्री में उभरते कलाकारों के शोषण और छल की प्रवृत्ति को उजागर करता है। जब एक अभिनेत्री, जो मेहनत से आगे बढ़ रही थी, बार-बार धोखा खाती है — और फिर उसे ब्लैकमेल किया जाता है — तो ये केवल एक व्यक्ति की त्रासदी नहीं, बल्कि सिस्टम की खामियों की कहानी है।




बहरहाल, उत्तर कुमार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। पुलिस जांच के बाद ही

 यह स्पष्ट हो पाएगा कि मामला किस दिशा में जाएगा।


गाजियाबाद: शिप्रा नियो सोसायटी में 40 मिनट तक लिफ्ट में फंसे दो लोग, बड़ी घटना टली

 


इंदिरापुरम की अहिंसाखंड स्थित शिप्रा नियो सोसायटी में सोमवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यहां लिफ्ट में खराबी आने से दो लोग करीब 40 मिनट तक फंसे रहे। सिक्योरिटी गार्ड की सतर्कता से दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका।


❗ क्या हुआ हादसे के वक्त?


सोसायटी निवासी संगीता ने बताया कि उनका 40 वर्षीय बेटा करण दोपहर करीब 3 बजे कुछ सामान लेने के लिए घर से निकला था। जैसे ही वह पांचवीं मंजिल से लिफ्ट में चढ़ा और तीसरी मंजिल पर पहुंचा, लिफ्ट अचानक अटक गई और बीच में ही बंद हो गई।


जब काफी कोशिशों के बाद भी लिफ्ट चालू नहीं हुई, तो करण ने पैनिक बटन दबाया, जिसके बाद सिक्योरिटी गार्ड्स मौके पर पहुंचे। उन्होंने सरिया की मदद से लिफ्ट का दरवाजा खोला और अंदर फंसे करण और एक अन्य व्यक्ति को बाहर निकाला।


📢 फंसे युवक ने सोशल मीडिया पर जताई चिंता


लिफ्ट से बाहर आने के बाद करण ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सोसायटी की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए। उन्होंने लिखा,

"अगर लिफ्ट में कोई बच्चा या बुजुर्ग होता, तो स्थिति गंभीर हो सकती थी।"


🛠 6 महीने से लिफ्ट की सर्विस नहीं!


सोसायटी AOA सदस्य रोहित गुप्ता ने बताया कि पिछले छह महीने से लिफ्ट की सर्विसिंग नहीं हुई है, जिसकी वजह से लगातार ऐसी समस्याएं सामने आ रही हैं।


🚨 क्या कहते हैं निवासी?


सोसायटी के कई लोगों ने लिफ्ट की स्थिति को लेकर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि लिफ्ट आए दिन बंद होती है, जिससे जान का खतरा बना रहता है।


> निवासियों की मांग: जल्द से जल्द लिफ्ट की मेंटेनेंस कराई जाए और जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो।


निष्कर्ष:

इस घटना ने एक बार फिर ऊंची इमारतों में लिफ्ट सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। समय रहते अगर लापरवाही नहीं रोकी गई, तो
 किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।


सावन की शिवरात्रि पर गाजियाबाद में ट्रैफिक अलर्ट: कई मार्गों पर डायवर्जन, इन रूट्स से बचें वरना फंस सकते हैं जाम में

 



गाजियाबाद में सावन की शिवरात्रि को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। कांवड़ यात्रा के चलते श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए कई मार्गों पर डायवर्जन लागू कर दिया गया है।


मंगलवार को डीएम दीपक मीणा और पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड ने प्राचीन दूधेश्वर नाथ मंदिर पहुंचकर सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था का जायजा लिया। एडिशनल डीसीपी ट्रैफिक सच्चिदानंद के अनुसार, यह डायवर्जन 25 जुलाई तक प्रभावी रहेगा।


🚫 इन रूट्स पर रहेगी पाबंदी:


दिल्ली से आने वाले भारी वाहन:


लोनी बॉर्डर, तुलसी निकेतन, सीमापुरी, आनंद विहार बॉर्डर से भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह निषेध।


हरिद्वार, अमरोहा, मुरादाबाद, लखनऊ की ओर जाने वाले वाहन रोड नंबर 56 होते हुए गाजीपुर बॉर्डर से घुसें और NH-09 से डासना इंटरसेक्शन होते हुए ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर जाएं।



बागपत की ओर से:


दिल्ली की तरफ जाने वाले वाहन ट्रोनिका सिटी और सोनिया विहार के रास्ते जाएं।


लोनी बॉर्डर से लोनी कस्बे की तरफ भारी वाहन प्रवेश नहीं कर सकेंगे।



हापुड़ और बुलंदशहर की ओर से:


डासना पुल, लाल कुआं और आत्माराम स्टील प्लांट तिराहा से शहर की ओर प्रवेश प्रतिबंधित।


दिल्ली जाने वाले वाहन केवल NH-09 का उपयोग करें।



अन्य प्रतिबंधित मार्ग:


संतोष मेडिकल कट से नई लिंक रोड मेरठ तिराहा तक, भारी वाहनों पर पाबंदी।


गौर ग्रीन, खोड़ा, कालापत्थर, सेक्टर 62, छिजारसी, कनावनी पुस्ता से NH-09 होते हुए इंदिरापुरम में भारी वाहन नहीं जा सकेंगे।


गंगनहर पटरी, पाइपलाइन मार्ग, NH-34 (पूर्व NH-58) और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भारी वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद।


ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे से कुंडली व पलवल की ओर आने वाले भारी वाहन दुहाई से NH-34 पर नहीं उतर सकेंगे।



मोदीनगर और साहिबाबाद की ओर:


हापुड़-भोजपुर से मोदीनगर की ओर भारी वाहन नहीं जा सकेंगे।


सौर ऊर्जा मार्ग से साहिबाबाद अंडरपास होते हुए जीटी रोड पर ट्रैफिक प्रतिबंधित।




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🚦 क्या करें?


सावन शिवरात्रि के मौके पर यात्रा से पहले ट्रैफिक अलर्ट जरूर देखें।


भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों और मंदिर मार्गों से बचें।


समय बचाने के लिए डायवर्जन वाले रूट पर जाने से परहेज करें।



धार्मिक आस्था का सम्मान करें, नियमों का पालन करें। प्रशासन के निर्देशों के साथ सहयोग करें ताकि कोई भी असुविधा न हो।


गाजियाबाद में फर्जी दूतावास का भंडाफोड़: 44 लाख कैश, VIP लग्जरी गाड़ियां और विदेशी मोहरें बरामद

 



गाजियाबाद में एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। यूपी STF ने मंगलवार को कविनगर इलाके में एक मकान पर छापा मारकर एक फर्जी दूतावास का पर्दाफाश किया। इस कार्रवाई में हर्षवर्धन जैन नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जो खुद को "वेस्ट आर्कटिक", "सबोरगा", "लोडोनिया" जैसे काल्पनिक देशों का कॉन्सुल एंबेसडर बताकर फर्जीवाड़ा कर रहा था।


बरामद हुआ बड़ा सामान:


44.70 लाख रुपए नकद


VIP नंबर प्लेट लगीं लग्जरी गाड़ियां (4)


34 विदेशी और कंपनियों की मोहरें


विदेश मंत्रालय की नकली सील वाले दस्तावेज


18 डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट


12 फर्जी डिप्लोमेटिक पासपोर्ट


फर्जी प्रेस और पैन कार्ड


कई देशों की विदेशी मुद्रा और दस्तावेज



कैसे करता था फर्जीवाड़ा?


हर्षवर्धन जैन खुद को अंतरराष्ट्रीय राजनयिक बताकर देश-विदेश में कनेक्शन होने का दावा करता था। वह प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति समेत अन्य बड़े नेताओं के साथ फोटोशॉप की गई तस्वीरों के जरिए लोगों को प्रभावित करता। उसका मुख्य काम था—


कंपनियों और व्यक्तियों को विदेशी काम दिलाने का झांसा देना


हवाला नेटवर्क और शेल कंपनियों के जरिए अवैध लेनदेन करना



STF की कार्रवाई की पूरी प्लानिंग


STF ने यह कार्रवाई केंद्रीय एजेंसियों से साझा सूचना और विदेश मंत्रालय से पुष्टि के बाद की। पहले से संदेह था कि कविनगर स्थित एक घर से "फर्जी दूतावास" का संचालन हो रहा है। गाजियाबाद के जिस इलाके से गिरफ्तारी हुई, वहां पुलिस कमिश्नर और डीएम जैसे वरिष्ठ अधिकारियों के ऑफिस भी हैं।


आरोपी का आपराधिक बैकग्राउंड


हर्षवर्धन 2011 में साउथ अफ्रीका में कारोबार करता था और वहां से बिना इजाजत सैटेलाइट फोन भारत लाया था। फोन ऑन करते ही उसकी लोकेशन ट्रेस कर ली गई और एजेंसियों ने उसे हिरासत में लिया था। हालांकि, देशविरोधी गतिविधियों का कोई प्रमाण नहीं मिलने पर उसे छोड़ दिया गया था।


दूतावास क्या होता है?


दूतावास एक देश का प्रतिनिधि कार्यालय होता है, जो दूसरे देश में राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और कांसुलर (पासपोर्ट/वीजा आदि) सेवाओं के लिए काम करता है। यह राजनयिक संबंधों को मजबूत करने का माध्यम होता है।


लेकिन गाजियाबाद में पकड़ा गया यह "दूतावास" पूरी तरह फर्जी था, जिसका मकसद सिर्फ लोगों को धोखा देना और विदेशी कनेक्शन का झूठा जाल बुनना था।


STF इस मामले की तह तक जाने के लिए आगे की जांच में जुटी है।


घुटनों तक पानी, गायब सड़कें: गाज़ियाबाद में बारिश से हाहाकार




 नगर निगम की फिर खुली पोल 


गाज़ियाबाद में सोमवार को हुई भारी बारिश ने नगर निगम की तैयारियों की पोल खोल दी। टाउन हॉल जैसे प्रमुख इलाके में घुटनों तक पानी भर गया है। सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं और पैदल चलना तक मुश्किल हो गया है। जलभराव के कारण दुकानों और दफ्तरों में पानी घुस गया, जिससे व्यापारिक गतिविधियां ठप हो गईं।


हर साल नगर निगम मानसून से पहले जल निकासी के बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन नालों की सफाई न होने और निकासी व्यवस्था चरमराने से हालात वही बने हुए हैं।


इंडस्ट्रियल एरिया की हालत बदतर


मेरठ रोड इंडस्ट्रियल एरिया में हालात और भी गंभीर हैं। यहां सड़कें पूरी तरह टूट चुकी हैं और हर तरफ गड्ढे, कीचड़ और भरा पानी नजर आ रहा है। रोजाना यहां से सैकड़ों भारी वाहन गुजरते हैं, जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय कारोबारियों का आरोप है कि कई बार शिकायतों के बावजूद न सड़क बनी, न पानी निकासी की व्यवस्था।


अगर टाउन हॉल जैसी वीआईपी जगह का ये हाल है, तो बाकी शहर की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। नगर निगम की लापरवाही ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बारिश आते ही गाज़ियाबाद जलथल हो जाता है।


वैशाली सेक्टर-5 के फ्लैट में भीषण आग: फ्रिज में शॉर्ट सर्किट से हादसा, दमकल ने पाया काबू

  साहिबाबाद। कौशांबी थाना क्षेत्र की डिजाइन आर्क सोसायटी, वैशाली सेक्टर-5 में गुरुवार सुबह एक फ्लैट में भीषण आग लग गई। प्रारंभिक जांच में आग...