गाजियाबाद पुलिस ने क्रॉसिंग रिपब्लिक थाना क्षेत्र में चल रही नकली पनीर की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड़ के निर्देश पर एसीपी वेव सिटी प्रियांशी पाल ने टीम के साथ छापा मारकर फैक्ट्री को पकड़ा। मौके से भारी मात्रा में सोयाबीन के बोरे, मिलावटी सामग्री और बेहद गंदगी भरे हालात मिले। फैक्ट्री से चूहे और छिपकलियां तक घूमते पाए गए। पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया, जबकि फूड विभाग ने सैंपल लेकर जांच शुरू कर दी है।
त्योहारों पर होती थी सप्लाई
गांव डूंडाहेडा शांतिनगर जल प्लांट के पास अधबनी दुकानों में रजनीश त्यागी द्वारा यह फैक्ट्री चलाई जा रही थी। यहां से त्योहारों के समय नकली पनीर गाजियाबाद, बुलंदशहर, नोएडा और दिल्ली तक भेजा जाता था। किसी तरह का बोर्ड या लाइसेंस की जानकारी वहां नहीं थी।
सोयाबीन और चावल से तैयार पनीर
पूछताछ में सामने आया कि सोयाबीन को भिगोकर पीसा जाता था, फिर उसमें कच्चा दूध और अन्य मिलावटी पदार्थ मिलाए जाते थे। 10 किलो सोयाबीन से लगभग 20 किलो पनीर तैयार किया जाता था, जिसमें पिसा हुआ चावल भी मिलाया जाता था।
गंदगी से भरे हालात
छापे के दौरान पुलिस को सोयाबीन के कट्टे, प्लास्टिक ड्रम, और पैकिंग क्षेत्र में भी चूहे व छिपकलियां मिलीं। फर्श और कंटेनरों में गंदगी इतनी थी कि पुलिस भी हैरान रह गई।
लाइसेंस में गड़बड़ी
CFSO टीम ने बताया कि गाजियाबाद में इस फैक्ट्री के संचालन का कोई वैध लाइसेंस नहीं था। जो लाइसेंस दिखाया गया वह नोएडा के चिपियाना बुजुर्ग का था, जिसे गाजियाबाद में दिखाकर अवैध रूप से फैक्ट्री चलाई जा रही थी।
आरोपी ने कबूला अपराध
स्वेतांक त्यागी ने कबूल किया कि वह सोयाबीन से नकली पनीर बनाकर बेचते हैं और लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन कर रहे थे। लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है।
सख्त कार्रवाई की तैयारी
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि फूड विभाग की रिपोर्ट के आधार पर इस मामले में सख्त कार्रवाई होगी और गैंग से जुड़े सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा।