गाजियाबाद पुलिस ने गुरुवार देर रात मुठभेड़ में कुख्यात लुटेरे आमिर को दबोच लिया। पीछा करने पर पुलिस ने उसके पैर में गोली मारी, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कैसे हुआ एनकाउंटर
इंदिरापुरम पुलिस हिंडन पुलिया पर चेकिंग कर रही थी, तभी बाइक सवार आमिर पुलिस को देखकर भागने लगा। घेराबंदी करने पर उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसमें एक सिपाही बाल-बाल बच गया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसके पैर में गोली मारी और गिरफ्तार कर लिया। मौके से एक बाइक और तमंचा बरामद हुआ।
लूट की वारदातों का मास्टरमाइंड
पूछताछ में आमिर ने कबूल किया कि वह हापुड़, नोएडा और गाजियाबाद में पिछले एक साल से महिलाओं को निशाना बना रहा था। चलते-चलते बाइक से झपट्टा मारकर मोबाइल, कुंडल और चेन लूट लेता और दिल्ली में बेच देता था। उसने अब तक करीब 40 महिलाओं से लूट की घटनाओं को अंजाम देने की बात मानी।
आरोपी का बैकग्राउंड
आमिर मूल रूप से हापुड़ के मोहल्ला चैनापुरी का रहने वाला है और गाजियाबाद के लोनी में किराए पर रह रहा था। उसके खिलाफ विभिन्न जिलों में आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं।
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