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शनिवार, 2 अगस्त 2025

🏗️ खुद पार्षद ने किया था अवैध निर्माण, अब नगर निगम ने भेजा नोटिस





रिपोर्ट :- सौरव दीक्षित (समाचार प्रभारी )

गाजियाबाद, इंदिरापुरम: नगर निगम ने अतिक्रमण के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। शहर में तेजी से फैल रहे अवैध निर्माणों पर लगाम लगाने की मुहिम के तहत निगम ने अपने ही पार्षद अनिल तोमर को नोटिस थमा दिया है।


अहिंसा खंड-2 से पार्षद अनिल तोमर को नगर निगम के निर्माण विभाग ने नोटिस जारी कर 15 दिनों के भीतर अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया है। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि निर्धारित समयसीमा में अतिक्रमण न हटाने की स्थिति में निगम खुद कार्रवाई करेगा और खर्च की वसूली संबंधित देयों के साथ की जाएगी।


इस पर पार्षद अनिल तोमर ने सफाई देते हुए कहा कि यह नोटिस उनके वार्ड के अन्य लोगों को भी दिया गया है और वे निगम की इस कार्रवाई का स्वागत करते हैं। उन्होंने बताया कि वह तय समय के भीतर अपने जनरेटर को अतिक्रमित क्षेत्र से हटा देंगे। साथ ही पार्षद ने अन्य लोगों से भी अतिक्रमण हटाने में सहयोग करने की अपील की है।


बुलंदशहर में पूर्व ग्राम प्रधान की गोली मारकर हत्या, तहेरे भाई के साथ लौटते समय घात लगाए बदमाशों ने किया हमला

 



बुलंदशहर जिले के औरंगाबाद थाना क्षेत्र के गांव दौलताबाद में शुक्रवार देर रात सनसनीखेज वारदात सामने आई। पूर्व ग्राम प्रधान संजय चौधरी (52) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात उस वक्त हुई जब वह अपने तहेरे भाई जितेंद्र चौधरी के साथ बाइक से घर लौट रहे थे।


सूत्रों के मुताबिक, रात करीब 11:30 बजे जैसे ही दोनों तालाब के पास पहुंचे, पहले से घात लगाए दो बदमाशों ने रास्ता रोक लिया। संजय चौधरी को पहचानते ही बदमाशों ने सीधे गोली चला दी। गोली लगते ही संजय की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आरोपी मौके से पैदल फरार हो गए।


घटना की जानकारी मिलते ही गांव में हड़कंप मच गया। परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। सूचना पर एसएसपी दिनेश कुमार सिंह, एसपी सिटी शंकर प्रसाद, एएसपी रिजुल और सीओ स्याना प्रखर पांडेय समेत पांच-छह थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए।


पुलिस ने मौके से एक पिस्टल और 315 बोर का एक खाली कारतूस बरामद किया है।


एसएसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जांच के लिए चार टीमें गठित की गई हैं। तहेरे भाई समेत दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। जल्द ही हत्याकांड का खुलासा किए जाने का दावा किया गया है।


संजय चौधरी गांव दौलताबाद निवासी स्वर्गीय बिजेंद्र चौधरी के इकलौते बेटे थे और पूर्व में ग्राम प्रधान रह चुके थे। उनका घर प्राथमिक विद्यालय के पास स्थित है।


भाई-बहन की आत्महत्या मामले में खुलासा: सुसाइड नोट में पिता और सौतेली मां को ठहराया जिम्मेदार



रिपोर्ट:- सौरव दीक्षित (समाचार प्रभारी )

गाज़ियाबाद (गोविंदपुरम) — इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में कार्यरत अविनाश और उनकी बहन अंजलि की आत्महत्या के मामले में शुक्रवार को एक बड़ा खुलासा हुआ है। अंजलि द्वारा लिखे गए 22 पन्नों के सुसाइड नोट ने पूरे घटनाक्रम को नया मोड़ दे दिया है। सुसाइड नोट में अंजलि ने अपने पिता सुखवीर सिंह और सौतेली मां रितु देवी को अपनी और भाई की मौत का जिम्मेदार बताया है।


📓 साफ कहा – “मेरे शव को हाथ न लगाएं”


अंजलि ने अपने अंतिम शब्दों में साफ लिखा है कि उनकी चिता को न तो पिता और न ही सौतेली मां छुएं। अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी उन्होंने अपने करीबी दोस्त को दी है। साथ ही अपने बैंक खाते, पीएफ और बीमा की रकम भी उसी दोस्त को देने की बात कही है।


💬 “16 साल का दर्द सिर्फ हम जानते हैं”


अंजलि ने सुसाइड नोट में अपने जीवन के दर्दनाक अनुभव साझा किए हैं। उन्होंने लिखा —


> “पापा सिर्फ जन्म देने से कोई पिता नहीं बन जाता। आपने कभी हमारी भावनाओं को नहीं समझा। दूसरी शादी के बाद आपने हमारे सुख छीन लिए। मेरी सौतेली मां ने मेरे चरित्र पर सवाल उठाए और आपने चुप्पी साधे रखी।”




📸 सुसाइड नोट की तस्वीरें रिश्तेदारों को भेजीं


अंजलि ने आत्महत्या से पहले डायरी के पन्नों की फोटो पिता, सौतेली मां, मौसा और मौसी को व्हाट्सएप पर भेजी। इसमें उन्होंने अपनी पीड़ा, उपेक्षा और शोषण का उल्लेख किया है। उन्होंने लिखा कि अगर वह अकेली आत्महत्या करती, तो समाज उसके चरित्र पर सवाल उठाता — इसलिए दोनों भाई-बहन ने एक साथ यह कदम उठाया।


💔 “मुझे सिर्फ मेरा दोस्त समझा”


नोट में अंजलि ने अपने एक करीबी दोस्त का नाम लिखते हुए उसे ही अपना सच्चा शुभचिंतक बताया। उन्होंने कहा कि वह उनके अंतिम समय तक साथ रहा और उसे अपने पैसे, पॉलिसी और संपत्ति देने की बात कही।


👮 पुलिस को नोट अब जाकर मिला


गुरुवार को आत्महत्या के बाद पुलिस को पहले सुसाइड नोट नहीं मिला था, लेकिन शुक्रवार को कमरे की तलाशी में यह नोट डायरी में मिला। अब पुलिस इसे गंभीरता से लेकर जांच में जुट गई है।


🗣️ पुलिस का बयान


> “हमें युवती का विस्तृत सुसाइड नोट मिला है जिसमें कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पूरे मामले की जांच की जा रही है और वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।”

धवल जायसवाल, डीसीपी सिटी




गाजियाबाद में ट्रैफिक पुलिस की सख्त कार्रवाई: एक दिन में 1779 चालान, 44 जगहों पर लगे चेकप्वाइंट

 



साहिबाबाद। ट्रांस हिंडन क्षेत्र में गुरुवार को ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस ने बड़ा अभियान चलाया। पुलिस ने एक ही दिन में 1779 वाहन चालकों के चालान काट दिए। ये कार्रवाई बिना हेलमेट, तीन सवारी, बिना नंबर प्लेट और गलत दिशा में वाहन चलाने जैसे मामलों में की गई।


डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटील के मुताबिक, क्षेत्र के सभी थानों की पुलिस ने शाम के समय सघन चेकिंग अभियान चलाया। 44 स्थानों पर चेकपॉइंट लगाकर कुल 3542 वाहनों की जांच की गई।


थाना स्तर पर की गई कार्रवाई इस प्रकार रही:


इंदिरापुरम: 275 चालान


खोड़ा: 149 चालान


कौशांबी: 384 चालान


साहिबाबाद: 355 चालान


लिंकरोड: 247 चालान


शालीमार गार्डन: 159 चालान


टीला मोड़: 210 चालान



डीसीपी ने बताया कि यह अभियान केवल शुरुआत है, ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए आगे भी लगातार इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी।


गाजियाबाद में NH-9 पर तेज रफ्तार का कहर: बाइक की टक्कर से दो की मौत

 



गाजियाबाद। एनएच-9 पर गुरुवार रात तेज रफ्तार का खतरनाक नजारा देखने को मिला। सुंदरदीप कॉलेज के सामने सड़क पार कर रहे एक युवक को तेज गति से आ रही केटीएम बाइक ने टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार और पैदल युवक दोनों की मौत हो गई।

रात करीब साढ़े आठ बजे डासना निवासी गुल्लू, जो टोल प्लाजा के पास पानी बेचने का काम करता था, सड़क पार कर रहा था। इसी दौरान लालकुआं की ओर से आ रही लगभग 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली केटीएम बाइक ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बाइक फिसलती हुई काफी दूर तक घिसटती चली गई।

बाइक पर दो युवक सवार थे – नाहल निवासी 18 वर्षीय नदीम और उसका साथी आसिफ। हादसे में गुल्लू, नदीम और आसिफ गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों को पिलखुआ के रामा अस्पताल ले जाया गया, जहां से नदीम को हालत गंभीर होने पर दिल्ली रेफर किया गया। लेकिन इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। गुल्लू ने रामा अस्पताल में ही दम तोड़ दिया।

फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। किसी भी पक्ष की ओर से अभी तक कोई शिकायत नहीं दी गई है।

शुक्रवार, 1 अगस्त 2025

गाजियाबाद में मानसिक रूप से बीमार युवक को चोर समझकर पीटा: पेड़ से बांधकर भीड़ ने की पिटाई, पुलिस ने बचाया

 



गाजियाबाद। वेव सिटी थाना क्षेत्र की उस्मान कॉलोनी में शनिवार को अफरातफरी का माहौल बन गया, जब एक युवक को संदिग्ध हालत में घूमते देख स्थानीय लोगों ने उसे चोर समझ लिया। बिना सच्चाई जाने, भीड़ ने युवक को पकड़कर पेड़ से बांधा और लाठी-डंडों से बेरहमी से पीट डाला।



स्थानीय निवासियों का कहना था कि उन्होंने युवक को कॉलोनी में संदिग्ध रूप से घूमते देखा और शोर मचाया, जिसके बाद "चोर-चोर" की आवाज सुनते ही दर्जनों लोग इकट्ठा हो गए। भीड़ ने युवक को तालिबानी तरीके से सज़ा देते हुए पेड़ से बांधा और मारपीट शुरू कर दी।


सूचना मिलने पर वेव सिटी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ के चंगुल से युवक को सुरक्षित बाहर निकाला। पुलिस ने बताया कि युवक की पहचान पिंकी पुत्र डोरीलाल, निवासी पहासू, बुलंदशहर के रूप में हुई है। एसीपी प्रियाश्री पाल ने बताया कि युवक मानसिक रूप से अस्वस्थ है और कुछ दिन पहले ही अपने घर से लापता हो गया था।


पुलिस ने परिजनों से संपर्क कर पुष्टि की कि युवक का इलाज चल रहा था और वह लापता था। फिलहाल उसे चिकित्सकीय निगरानी में भेजा गया है और मामले की जांच जारी है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध स्थिति में कानून अपने हाथ में न लें, बल्कि तत्काल पुलिस को सूचित करें।


गाजियाबाद में कुकर फैक्ट्री का लेंटर गिरा: 4 घायल, 3 की हालत गंभीर, फैक्ट्री मालिक पर कार्रवाई की उठी मांग

 



गाजियाबाद। साहिबाबाद थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर में उस समय हड़कंप मच गया जब एक कुकर बनाने वाली फैक्ट्री का लेंटर अचानक ढह गया। हादसे में चार लोग मलबे में दब गए, जिनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।


प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लेंटर काफी पुराना था और पहले से ही उसमें दरारें नजर आ रही थीं। हाल की बारिश ने उसकी हालत और जर्जर कर दी थी। बारिश रुकते ही अचानक लेंटर भरभरा कर गिर पड़ा, जिससे फैक्ट्री में मौजूद चार लोग उसकी चपेट में आ गए।



घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया। एसीपी लिंक रोड श्वेता यादव ने बताया कि हादसे में घायल चार लोगों में दो महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं। एक घायल, दीपक निवासी शहीद प्यारे लाल कॉलोनी, को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है, जबकि तीन अन्य का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। एक की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।


यह फैक्ट्री राज कुमार शर्मा द्वारा संचालित की जा रही थी। हादसे के बाद सवाल उठ रहे हैं कि जर्जर हालत में भी फैक्ट्री में काम क्यों जारी था। स्थानीय लोगों और मजदूरों ने प्रशासन की अनदेखी को इस हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया है।


अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि क्या प्रशासन फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई करता है या फिर यह मामला भी खानापूर्ति में ही दब जाएगा।


गाज़ियाबाद में पुरानी पेंशन योजना की मांग तेज़: अटेवा ने किया जोरदार प्रदर्शन, DM को सौंपा ज्ञापन

 



गाज़ियाबाद। पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली की मांग को लेकर आज अटेवा पेंशन बचाओ मंच ने जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। जिले भर से आए सैकड़ों शिक्षकों, कर्मचारियों और विभिन्न संगठनों के सदस्यों ने DM कार्यालय के बाहर एकजुट होकर नारेबाज़ी की और नई पेंशन योजना (NPS) को पूरी तरह असुरक्षित बताया।



प्रदर्शन के दौरान अटेवा जिला अध्यक्ष मनीष कुमार शर्मा और महामंत्री रामशेष वर्मा ने कहा कि NPS से रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों को नाममात्र की पेंशन मिलती है, जिससे सम्मानजनक जीवन यापन संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि महंगाई के इस दौर में कुछ हजार रुपये की पेंशन से परिवार नहीं चल सकता, और यह योजना बुजुर्ग कर्मचारियों को गरीबी की ओर धकेल रही है।



प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपते हुए मांग की कि OPS को तत्काल बहाल किया जाए। मनीष शर्मा ने साफ कहा कि OPS ही रिटायर कर्मचारियों के लिए एकमात्र सुरक्षित विकल्प है।


रामशेष वर्मा ने चेताया कि यदि सरकार ने मांगें नहीं मानीं तो अटेवा राज्यभर में बड़ा आंदोलन छेड़ेगा। प्रदर्शन में ब्लॉक अध्यक्ष गीता ढींगरा, पारस गोस्वामी, अमित त्यागी समेत कई पदाधिकारी और सैकड़ों कर्मचारी शामिल रहे। पूरे कार्यक्रम में "OPS लागू करो" के नारों की गूंज सुनाई देती रही।


ड्रोन के डर में चोर समझ बैठे दामाद: ससुराल आए युवक को ग्रामीणों ने पीटा, बाद में हुई सच्चाई उजागर





गाजियाबाद के मोदीनगर क्षेत्र के गांव बिसोखर में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां ड्रोन की अफवाहों और डर के बीच गांव की सुरक्षा के लिए पहरा दे रहे ग्रामीणों ने एक युवक को चोर समझकर पीट डाला। बाद में पता चला कि वह युवक किसी अनजान चोर नहीं, बल्कि अपने ही ससुराल आया दामाद है।


घटना देर रात की है जब गांव में आसमान में संदिग्ध ड्रोन दिखाई देने की खबरों के चलते लोग बारी-बारी से पहरा दे रहे थे। तभी एक युवक उन्हें संदिग्ध हालात में घूमता दिखा। पूछताछ के दौरान युवक घबरा गया, जिससे ग्रामीणों को शक और गहरा हो गया। बिना देर किए उन्होंने उसे पकड़कर मारना शुरू कर दिया।


हंगामे की आवाज सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। तभी किसी ने युवक को पहचान लिया और बताया कि वह गांव में अपनी पत्नी और ससुरालवालों से मिलने आया है। इसके बाद मामला शांत हुआ और युवक को छोड़ा गया।


पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। एसीपी मोदीनगर ने बताया कि अब तक किसी भी पक्ष की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। अधिकारी ने यह भी कहा कि हाल के दिनों में ड्रोन देखे जाने की खबरों से गांवों में भय का माहौल है, इसी के चलते रात में निगरानी रखी जा रही थी, जो इस गलतफहमी की वजह बनी।


👉 सबक: अफवाहों और डर के माहौल में किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले पूरी जानकारी जुटाना जरूरी है, वरना निर्दोष लोगों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।


गाजियाबाद में पांच जगहों पर आपदा प्रबंधन मॉक ड्रिल

 



🔹 स्कूल में भूकंप सिमुलेशन, छात्रों को सिखाई गई 'ड्रॉप, कवर एंड होल्ड' तकनीक

गाजियाबाद में शुक्रवार को आपदा प्रबंधन के तहत जिले के पांच अलग-अलग स्थानों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य था—प्राकृतिक आपदा की स्थिति में प्रशासनिक तैयारियों की जांच और आमजन को जागरूक करना।

इन्हीं में से एक ड्रिल इन्ग्राहम स्कूल में हुई, जहां भूकंप की स्थिति का सिमुलेशन किया गया। हूटर बजते ही स्कूल में आपातकालीन स्थिति का माहौल बनाया गया। छात्रों, शिक्षकों और स्टाफ को निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार अलर्ट किया गया।



छात्रों को 'ड्रॉप, कवर एंड होल्ड' तकनीक का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया—कैसे भूकंप के दौरान खुद को सुरक्षित रखना है, कहां छिपना है और कैसे शांत रहना है। सभी को क्रमबद्ध तरीके से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। इस दौरान फायर अलार्म, आपात सीढ़ियों और खुले स्थानों की ओर निकासी की प्रक्रिया का भी अभ्यास किया गया।

ड्रिल के दूसरे चरण में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें हरकत में आईं। मलबे में फंसे लोगों को खोजने, निकालने और प्राथमिक उपचार देने की प्रक्रिया दिखाई गई। घायलों को स्ट्रेचर पर लिटाकर सुरक्षित रूप से एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाने का अभ्यास भी किया गया।

इस व्यापक अभियान में पुलिस, अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, एनसीसी, स्काउट्स-गाइड्स और जिला प्रशासन की टीमें भी सक्रिय रहीं। वरिष्ठ अधिकारी现场 पर मौजूद रहे और पूरी कार्यवाही का निरीक्षण किया।

अधिकारियों ने कहा—"ऐसी मॉक ड्रिल सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि जीवन रक्षक अभ्यास हैं। आपदा कब आएगी, कोई नहीं जानता। लेकिन तैयारी हर स्तर पर होनी चाहिए। खासकर स्कूलों में ऐसी ड्रिल्स बच्चों और स्टाफ दोनों को मानसिक रूप से तैयार करती हैं, ताकि असली संकट के समय कोई घबराए नहीं, बल्कि समझदारी से काम ले।”

गाजियाबाद में बंद कमरे से IB अफसर और बहन की लाश बरामद: सल्फॉस की दुर्गंध से मचा हड़कंप, सुसाइड नोट नहीं मिला

 


गाजियाबादकविनगर थाना क्षेत्र के गोविंदपुरम कॉलोनी में गुरुवार शाम उस वक्त सनसनी फैल गई, जब एक घर के अंदर से इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में तैनात अधिकारी अविनाश कुमार सिंह (30) और उनकी बहन अंजली (23) की लाशें मिलीं। कमरा अंदर से बंद था और शवों से सल्फॉस की तेज़ दुर्गंध आ रही थी।


घटना के वक्त दोनों की मां घर से बाहर गई हुई थीं। जब वह शाम करीब 5 बजे लौटीं, तो दरवाजा बंद मिला। कॉल करने पर कोई जवाब नहीं मिला। खिड़की से झांककर देखा तो दोनों जमीन पर बेसुध पड़े थे। पड़ोसियों की मदद से एक वेल्डर को बुलाकर दरवाजा काटा गया और तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।


पुलिस के मुताबिक, घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। फिलहाल आत्महत्या या किसी अन्य कारण को लेकर स्थिति साफ नहीं है।


घर में मां, भाई और बहन ही रहते थे

जानकारी के मुताबिक, अविनाश दिल्ली में IB में तैनात थे और पिता सुखबीर सिंह गोवा स्थित CSIR में वैज्ञानिक हैं। परिवार करीब 20 वर्षों से गाजियाबाद में रह रहा है। मृतक बहन अंजली पढ़ाई कर रही थी।


मां सदमे में, कार्रवाई से परिजनों का इनकार

घटना के बाद मां गहरे सदमे में हैं और कुछ भी बोल पाने की स्थिति में नहीं हैं। परिजनों ने फिलहाल पुलिस जांच से इनकार किया है।


DCP धवल जायसवाल ने बताया:


> “पुलिस मोबाइल फोन और डिजिटल साक्ष्यों की जांच कर रही है ताकि घटना के पीछे की असली वजह सामने आ सके। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।”




📍 स्थान: मकान संख्या H-352, गोविंदपुरम, कविनगर थाना क्षेत्र, गाजियाबाद

📅 दिनांक: गुरुवार शाम

🕵️‍♂️ जांच जारी है, आत्महत्या या साजिश

—अभी रहस्य बरकरार है।


🏗️ खुद पार्षद ने किया था अवैध निर्माण, अब नगर निगम ने भेजा नोटिस

रिपोर्ट :- सौरव दीक्षित  ( समाचार प्रभारी ) गाजियाबाद, इंदिरापुरम : नगर निगम ने अतिक्रमण के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। शह...