गाजियाबाद के मुरादनगर में स्थित गंगनहर एक बार फिर हादसे का गवाह बनी है। गौतमबुद्धनगर के कचैड़ा वारसादबाद निवासी दीपक उर्फ देवकुमार, पिता मदन सिंह, रविवार रात करीब 9 बजे दोस्तों के साथ नहाने गया था, लेकिन गहरे पानी में डूब गया।
मदद की गुहार, लेकिन नहीं बच पाया
नहाते वक्त देवकुमार अचानक गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। उसने बचाने के लिए जोर-जोर से चिल्लाया। आसपास मौजूद लोगों ने मदद की कोशिश की, मगर तब तक वह तेज बहाव में समा चुका था।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से सर्च ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन रात भर की तलाश के बावजूद युवक का कुछ पता नहीं चला। प्रशासन ने अब NDRF को भी मौके पर बुलाने के लिए पत्र भेजा है।
एक महीने में सातवीं मौत, नियम बेअसर
गंगनहर में डूबने की यह एक महीने में सातवीं मौत है, जो प्रशासन की लापरवाही और सुरक्षा उपायों की पोल खोल रही है।
अब तक हुई अन्य घटनाएं:
3 जून: पंचवटी कॉलोनी, दिल्ली के सचिन की मौत
25 अप्रैल: हर्ष विहार, दिल्ली के जतिन की डूबकर मौत
23 अप्रैल: नंदग्राम, गाजियाबाद के बाशु की मौत
22 अप्रैल: हर्ष विहार के रोहित और शाहदरा के हिमांशु की मौत
1 अप्रैल: दिल्ली के जयदीप की डूबने से मौत
इन सभी घटनाओं के बावजूद गंगनहर में सुरक्षा के कोई प्रभावी इंतजाम नहीं किए गए हैं।
प्रशासन की चुप्पी सवालों के घेरे में
स्थानीय लोगों का कहना है कि गंगनहर में नहाने पर प्रशासन ने रोक लगा रखी है, लेकिन इसके बावजूद न कोई सख्ती है, न ही चेतावनी बोर्ड या निगरानी।
बार-बार हो रहे हादसों के बावजूद प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों ने मांग की है कि गंगनहर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाएं रोकी जा सकें।
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