गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर इलाके में सूटकेस में मिली महिला की लाश की पहचान दिल्ली के करावल नगर की रहने वाली कविता (26) के रूप में हुई है। पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए महिला के ससुर हरवीर और देवर सुमित व गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने घरेलू कलह के चलते कविता की गला दबाकर हत्या की और शव को बाइक से गाजियाबाद लाकर नहर किनारे फेंक दिया।
क्यों की गई हत्या?
पुलिस के मुताबिक कविता का पति सागर ईंट भट्ठे पर काम करता है। जब वह घर से बाहर रहता था, तब उसके ससुर और देवर उसे प्रताड़ित करते थे। पूछताछ में आरोपियों ने माना कि “कविता हमें पसंद नहीं थी, इसलिए उसे मार डाला।”
हत्या 9 जून की रात को की गई। पहले कविता का गला दबाया गया, फिर शव को चादर में लपेटकर सूटकेस में ठूंसा गया। उसके बाद सूटकेस को एक और चादर में लपेटकर बाइक से गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर स्थित नहर के पास फेंक दिया गया।
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CCTV और बाइक नंबर ने खोला राज
घटना के बाद पुलिस ने 10 किमी के दायरे में लगे CCTV कैमरे खंगाले, जिनमें एक बाइक पर दो लोग दिखाई दिए। पीछे बैठे व्यक्ति के पास वही हरा सूटकेस था, जैसा कि घटनास्थल पर मिला। फुटेज के आधार पर बाइक के नंबर से दिल्ली निवासी की पहचान हुई, जिससे पुलिस सीधी आरोपी तक पहुंची।
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार सुबह 3:02 बजे आरोपी नहर किनारे सूटकेस फेंककर वापस दिल्ली लौट गए। लोनी बॉर्डर से दिल्ली की दूरी महज 2 किमी है, और आरोपियों ने सुनसान रास्ता इसलिए चुना क्योंकि रात में वहां गश्त नहीं होती।
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शव मिलने की कहानी
10 जून को लोनी बॉर्डर क्षेत्र में जब कुत्ते एक चादर से लिपटे सूटकेस को खींच रहे थे, तब स्थानीय लोगों ने बदबू और शक होने पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सूटकेस खोलकर देखा तो अंदर महिला की लाश थी, जो तोड़-मरोड़कर पैक की गई थी।
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तीनों आरोपी गिरफ्तार, पति निर्दोष
एडिशनल पुलिस कमिश्नर आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि कविता के पति सागर की हत्या में कोई भूमिका नहीं पाई गई, लेकिन उससे पूछताछ जारी है। ससुर हरवीर और देवर सुमित व गुड्डू को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है।
फिलहाल मामले में हत्या की धारा सहित अन्य गंभीर धाराएं जोड़ी जा रही हैं, और जांच के लिए पुलिस की तीन टीमें बनाई गई हैं। सर्विलांस की मदद से केस का खुलासा किया गया।
यह वारदात दिल्ली-एनसीआर में घरेलू हिंसा और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े करती है।
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