गाजियाबाद की साहिबाबाद थाना पुलिस और स्वाट टीम ने देर रात मुठभेड़ के बाद दो लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों बदमाशों को पैर में गोली मारकर पकड़ा गया। यह गैंग इलाके में लगातार लूट की वारदातों को अंजाम दे रहा था। वे महंगे मोबाइल फोन, महिलाओं की चेन और सोने के कुंडल को निशाना बनाकर दिल्ली में बेच देते थे।
सहायक पुलिस आयुक्त श्वेता कुमारी यादव के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों पर पहले से ही एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। उनके कब्जे से एक बाइक, एक मोबाइल फोन, दो तमंचे और 27 हजार रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
मुठभेड़ के दौरान पुलिस पर की गई फायरिंग
स्वाट टीम और थाना साहिबाबाद पुलिस रात में रेलवे स्टेशन फुट ओवर ब्रिज के पास चेकिंग कर रही थी। इस दौरान तेज रफ्तार से आ रही एक बाइक पर सवार दो संदिग्धों को रोकने की कोशिश की गई, लेकिन वे भागने लगे और पुलिस पर फायरिंग कर दी। पीछा करने पर दोनों बदमाश बाइक छोड़कर भागे, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उनके पैरों में गोली मारकर पकड़ लिया।
दोनों आरोपी गाजियाबाद के निवासी
गिरफ्तार लुटेरों की पहचान दानिश पुत्र अखलाक कुरैशी निवासी मुगल गार्डन, थाना लोनी और वीरू उर्फ वीरेंद्र पुत्र सतवीर सिंह निवासी आकाश बिहार, बंथला, थाना टीला मोड़, गाजियाबाद के रूप में हुई है। दोनों ने दो दिन पहले एक दुकान में लूट की वारदात को अंजाम दिया था। इससे पहले भी ये कई मामलों में वांछित थे। पुलिस के अनुसार, दोनों शातिर अपराधी महिलाओं के गहने और मोबाइल फोन लूटकर उन्हें दिल्ली में बेचते थे।
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