गाजियाबाद में फिर सड़क पर डॉग लवर्स, हिंदू संगठनों से भिड़ंत
सुप्रीम कोर्ट के आवारा कुत्तों पर दिए फैसले के बाद गाजियाबाद में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। शनिवार को इंदिरापुरम में बड़ी संख्या में डॉग लवर्स सड़कों पर उतरे और मार्च निकाला। इस दौरान उनकी देवसेना अध्यक्ष ललित गोयल व समर्थकों से तीखी बहस और हाथापाई हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को अलग किया।
हिंदू संगठनों का आरोप
ललित गोयल ने कहा कि आवारा कुत्तों से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। कुत्ते बच्चों और बुजुर्गों पर हमले कर रहे हैं, लेकिन डॉग लवर्स सिर्फ पशु अधिकारों की बात कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि करोड़ों रुपये मिलने के बावजूद एनजीओ कुत्तों की संख्या पर काबू पाने में नाकाम रहे।
डॉग लवर्स का पक्ष
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि आवारा कुत्तों को कैद करना अमानवीय है। सरकार को नसबंदी और टीकाकरण जैसी नीतियां अपनानी चाहिए, न कि कुत्तों को शेल्टरों में बंद करना।
भाजपा सांसद की प्रतिक्रिया
गाजियाबाद सांसद अतुल गर्ग ने कहा कि आवारा कुत्तों के हमले लगातार बढ़ रहे हैं। डर के कारण लोग मॉर्निंग वॉक तक करने से घबराते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब अनाथ बच्चों को आश्रम में रखा जा सकता है तो आवारा कुत्तों को शेल्टर में क्यों नहीं भेजा जा सकता।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश
11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने एनसीआर में आवारा कुत्तों को पकड़कर शेल्टर में रखने के निर्देश दिए थे। कोर्ट ने कहा कि छोटे बच्चे किसी भी हालत में रेबीज के शिकार नहीं होने चाहिए।
गाजियाबाद की स्थिति
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन के अनुसार 2024 में 85 हजार लोग कुत्तों के हमले का शिकार हुए, जबकि 2025 में जुलाई तक 50 हजार से ज्यादा केस दर्ज हो चुके हैं। नगर निगम हर महीने करीब 1500 कुत्तों का बधियाकरण कर रहा है, लेकिन बढ़ती संख्या पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है।
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