गाजियाबाद।
ट्रैफिक विभाग में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर चुके सचिन दहिया को एक बार फिर उसी पद पर तैनात कर दिया गया है, जहां से उन्हें हटाया गया था। यह तैनाती कमिश्नरेट में नए पुलिस आयुक्त की नियुक्ति के बाद की गई है। मामले के सामने आने पर एडीसीपी ट्रैफिक ने जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, ट्रैफिक कार्यालय में तैनात मुंशी सचिन दहिया पर सीज किए गए वाहनों को छोड़ने के एवज में अवैध वसूली का आरोप था। इस शिकायत पर करीब डेढ़ साल पहले तत्कालीन पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्र ने कार्रवाई करते हुए उन्हें ट्रैफिक कार्यालय से हटाकर चौराहे पर ड्यूटी पर भेज दिया था। उस वक्त सचिन दहिया कॉन्स्टेबल थे और हाल ही में हेड कांस्टेबल पद पर पदोन्नत हुए हैं।
अब आरोप है कि सचिन दहिया ने वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह करते हुए खुद को दोबारा उसी ट्रैफिक कार्यालय में तैनात करवा लिया। 15 दिन पहले ट्रैफिक कार्यालय में मेजर पद पर तैनात नीरज कुमार को हटाकर उनकी जगह सचिन दहिया की नियुक्ति कर दी गई।
एडीसीपी ट्रैफिक सच्चिदानंद का कहना है कि नीरज कुमार को रूटीन प्रक्रिया के तहत हटाया गया था। उन्हें यह जानकारी नहीं थी कि सचिन दहिया पर पहले भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। फिलहाल, पूरे मामले की जांच एसीपी ट्रैफिक को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी और दोषी पाए जाने पर सचिन दहिया को तत्काल प्रभाव से ट्रैफिक कार्यालय से हटा दिया जाएगा।
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