गाजियाबाद में सोमवार को नगर निगम की बोर्ड बैठक भारी हंगामे और नारेबाजी के बीच हुई। बैठक शुरू होने से पहले ही पार्षदों ने टैक्स वृद्धि के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने पोस्टर-बैनर लगाकर कहा कि जब तक बढ़ा हुआ हाउस टैक्स वापस नहीं लिया जाएगा, वे शांत नहीं बैठेंगे।
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह ने समझाने की कोशिश की, लेकिन पार्षदों ने बात नहीं मानी। अंततः भारी दबाव के चलते बढ़ा हुआ हाउस टैक्स वापस ले लिया गया।
बैठक में मौजूद भाजपा सांसद अतुल गर्ग, विधायक संजीव शर्मा, मेयर सुनीता दयाल और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी टैक्स वृद्धि को अनुचित बताया। उन्होंने कहा कि आम जनता पर अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है, जबकि कुछ बड़े व्यापारियों को राहत दी जा रही है।
मेयर ने कहा- टैक्स में भारी गड़बड़ी, कई मॉल को गलत फायदा
महापौर सुनीता दयाल ने बोर्ड में बताया कि गाजियाबाद में कई संपत्तियों पर टैक्स नहीं लगाया गया है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एक मॉल पर करीब 6 करोड़ रुपये का टैक्स बनता था, लेकिन उसे लाखों में निपटा दिया गया।
मेयर ने कहा कि इस गड़बड़ी में निचले स्तर के कर्मचारी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि टैक्स संबंधी अनियमितताओं की जानकारी आगे आकर दें।
पार्षद का काले कपड़ों में विरोध
वार्ड 12 के पार्षद प्रवीण कुमार उर्फ मुलायम ने बढ़े हुए हाउस टैक्स का विरोध करते हुए काले कपड़े पहनकर बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि जब तक टैक्स वृद्धि रद्द नहीं होती, वे लगातार विरोध करते रहेंगे। अन्य पार्षदों ने भी टैक्स वृद्धि को नियमविरुद्ध बताया।
निष्कर्ष:
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