गाजियाबाद। पांच वर्षों के लंबे इंतजार के बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा एक बार फिर से शुरू हो गई है। रविवार सुबह इंदिरापुरम स्थित कैलाश मानसरोवर भवन से यात्रा के पहले जत्थे को उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पूरे वातावरण में "हर हर महादेव" के जयघोष गूंज उठे और धार्मिक उत्साह का माहौल देखने को मिला।
धार्मिक उत्सव जैसा माहौल, भजन संध्या का आयोजन
शनिवार देर शाम मंत्री जयवीर सिंह गाजियाबाद पहुंचे, जहां उन्होंने पहले जत्थे के यात्रियों से भेंट की और उन्हें शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर भजन संध्या का भी आयोजन हुआ, जिसने यात्रा की पवित्र शुरुआत को और भी विशेष बना दिया।
पूरी व्यवस्था, सरकार की जिम्मेदारी
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस वर्ष कुल 15 जत्थे इंदिरापुरम से रवाना किए जाएंगे। यात्रियों की सुरक्षा, आवास और चिकित्सा सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी तरह सुनिश्चित की गई हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताते हुए कहा कि यह सब उन्हीं के नेतृत्व में संभव हो पाया है।
इस अवसर पर भाजपा सांसद अतुल गर्ग, आचार्य प्रमोद कृष्णन, प्रदेश मंत्री सुनील शर्मा, जिलाधिकारी दीपक मीणा सहित कई प्रशासनिक अधिकारी और गणमान्य जन उपस्थित रहे।
39 यात्री शामिल, कुछ पीछे हटे स्वास्थ्य कारणों से
पहले जत्थे में कुल 39 यात्री शामिल हैं, जिनमें दो लाइजनिंग अधिकारी भी हैं। शुरुआत में 46 यात्रियों का पंजीकरण किया गया था, लेकिन कुछ लोग स्वास्थ्य कारणों से यात्रा में शामिल नहीं हो सके।
वाद्य यंत्रों से गूंज उठा परिसर
जत्थे की रवानगी के समय शिव आराधना के परंपरागत वाद्य यंत्र—डमरू, मृदंग, ढोलक और तुरही—की ध्वनि ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। यात्रियों ने इस विशेष स्वागत से गहरी खुशी और उत्साह व्यक्त किया।
सनातन परंपरा का गौरव लौटाया गया: मंत्री जयवीर सिंह
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी सनातन परंपरा के संरक्षण में जो कार्य कर रहे हैं, वह प्रशंसनीय है। उन्होंने भगवान शिव से प्रार्थना की कि सभी यात्रियों की यात्रा मंगलमय हो और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हों।
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