अब बॉडी वॉर्न कैमरे से लैस होकर ड्यूटी करेंगे RPF जवान, सुरक्षा और पारदर्शिता में आएगा इजाफा
गाजियाबाद: रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में अब यात्रियों की सुरक्षा और निगरानी का स्तर और मजबूत होगा। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ जवान अब बॉडी वॉर्न कैमरे के साथ ड्यूटी करेंगे। इससे न केवल जवानों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी, बल्कि यात्रियों से हुई बातचीत और घटनाओं का भी प्रमाण मिलेगा।
ड्यूटी में आएगी पारदर्शिता और जवाबदेही
आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक चेतन प्रकाश के अनुसार, सभी जवानों को बॉडी वॉर्न कैमरे उपलब्ध करा दिए गए हैं और ड्यूटी के दौरान इनका इस्तेमाल अनिवार्य होगा। कैमरे की मदद से झूठे आरोपों और लापरवाही के मामलों में सटीक जांच संभव हो सकेगी। इससे जवानों को अधिक जिम्मेदारी से काम करने में भी मदद मिलेगी।
तकनीकी खूबियों से लैस है कैमरा
इन कैमरों में हाई-रेजोल्यूशन रिकॉर्डिंग, वाइड-एंगल लेंस, जीपीएस ट्रैकिंग, 128 जीबी तक की इंटरनल मेमोरी और 12 घंटे तक की बैटरी बैकअप जैसी सुविधाएं मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त, इनमें नाइट विजन और लाइव स्ट्रीमिंग की भी सुविधा है, जिससे रियल टाइम निगरानी की जा सकेगी।
चेन पुलिंग और विवादों पर लगेगी लगाम
अक्सर चेन पुलिंग या ट्रेन में यात्रियों और पुलिस के बीच होने वाली कहासुनी जैसे मामलों में सच्चाई का पता लगाना मुश्किल होता है। अब जवानों को ऐसे हर मौके पर बॉडी वॉर्न कैमरा पहनकर पहुंचना होगा, जिससे हर क्रिया रिकॉर्ड हो सके और जांच में आसानी हो।
आरपीएफ की तैयारी पूरी
गाजियाबाद क्षेत्र में आरपीएफ के 150 से अधिक जवान हैं, जो रोज़ाना 10,000 से अधिक यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाते हैं। बॉडी वॉर्न कैमरे के इस्तेमाल से अब न केवल उनकी कार्यशैली में सुधार होगा, बल्कि शिकायतों के निपटारे में भी पारदर्शिता आएगी।
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