गाजियाबाद में रविवार को समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की प्रारंभिक परीक्षा कड़ी निगरानी के बीच आयोजित की गई। नकल रोकने के लिए इस बार प्रशासन ने बेहद सख्त कदम उठाए। महिला अभ्यर्थियों से गले की चेन और बालों के जुड़े तक खुलवाए गए, जबकि पुरुषों को बेल्ट और पानी की बोतल बाहर रखनी पड़ी। कुछ केंद्रों पर जूतों की तलाशी भी ली गई।
50 सेंटर, 23,800 अभ्यर्थी, चाक-चौबंद व्यवस्था
जिले में कुल 50 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जहां लगभग 23,802 परीक्षार्थी शामिल हुए। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि परीक्षा की निगरानी के लिए 50 केंद्र व्यवस्थापक, 50 सेक्टर मजिस्ट्रेट और भारी पुलिस बल तैनात किया गया। सभी अभ्यर्थियों को सुबह 8:00 से 8:45 बजे तक ही केंद्र में प्रवेश की अनुमति दी गई, इसके बाद किसी को अंदर नहीं जाने दिया गया।
नकल पर पूरी तरह नकेल, STF की तैनाती
प्रशासन ने परीक्षा को नकलमुक्त और निष्पक्ष कराने के लिए यूपी एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) और सर्विलांस टीमों को भी मैदान में उतारा। आसपास के सभी साइबर कैफे को बंद करा दिया गया। सभी परीक्षा कक्षों में पेयजल, प्रकाश, पंखे और शौचालय जैसी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की गईं।
डीएम ने दिए सख्त निर्देश
डीएम दीपक मीणा ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होनी चाहिए। परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इस पर विशेष ध्यान देने को कहा गया। उन्होंने साफ किया कि परीक्षा में अनुशासन और पारदर्शिता से कोई समझौता नहीं होगा।
महिलाओं के जुड़े और चेन, पुरुषों की बेल्ट तक जांची गई
कई केंद्रों से खबर आई कि महिला अभ्यर्थियों को चेन, हेयर पिन और जूड़े खोलने पड़े। पुरुष अभ्यर्थियों से बेल्ट, घड़ी और पानी की बोतल बाहर रखवाई गई। यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या छिपे हुए नकल सामग्री को अंदर ले जाने से रोका जा सके।
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