गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र में अधिवक्ता रोहित गोला की शिकायत पर एक बड़ा खुलासा हुआ है। कोर्ट के निर्देश पर की गई जांच में सामने आया कि उनके खिलाफ दर्ज की गई FIR पूरी तरह से झूठी और मनगढ़ंत थी।
अधिवक्ता रोहित गोला को फर्जी मुकदमे में फंसाने की कोशिश की गई थी, लेकिन कोर्ट में सुनवाई के दौरान यह स्पष्ट हो गया कि FIR में कोई ठोस साक्ष्य नहीं थे। कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गाजियाबाद पुलिस को CCTV फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर सच्चाई की जांच करने के आदेश दिए।
जांच में CCTV फुटेज ने अहम भूमिका निभाई और पूरे घटनाक्रम की असलियत सामने आ गई। इसके बाद पुलिस ने कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए झूठा मामला दर्ज कराने वालों के खिलाफ नया मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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