कांग्रेस का नगर निगम मुख्यालय पर प्रदर्शन, व्यापारियों और रालोद ने भी जताई आपत्ति
गाजियाबाद में संपत्ति कर (हाउस टैक्स) में की गई बढ़ोतरी के खिलाफ विरोध लगातार तेज होता जा रहा है। मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर निगम मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और वृद्धि को जनविरोधी बताते हुए तत्काल वापस लेने की मांग की। व्यापारियों और रालोद के नेताओं ने भी इस फैसले का विरोध करते हुए संबंधित अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन और पत्र सौंपे।
कांग्रेस ने निगम मुख्यालय पर किया प्रदर्शन
जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा और संयोजक शिवराम वाल्मीकि के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता नगर निगम मुख्यालय पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने मुख्य कर निर्धारण अधिकारी डॉ. संजीव सिन्हा को ज्ञापन सौंपते हुए न केवल गृहकर बढ़ोतरी, बल्कि सफाई व्यवस्था, कूड़ा प्रबंधन और अन्य नागरिक समस्याओं के समाधान की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि गृहकर में की गई यह वृद्धि आम जनता पर बोझ डालने वाली है और इसे तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाना चाहिए। प्रदर्शन में वीर सिंह जाटव, सतीश त्यागी, शशि भूषण शर्मा, नरेंद्र राठी, आशुतोष गुप्ता सहित कई नेता शामिल रहे।
व्यापारियों ने MLC को सौंपा ज्ञापन
महानगर उद्योग व्यापार मंडल ने भी हाउस टैक्स वृद्धि को लेकर विरोध जारी रखा। मंडल के प्रतिनिधियों ने एमएलसी दिनेश गोयल को ज्ञापन सौंपा और मांग की कि कर वृद्धि को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए।
महानगर अध्यक्ष गोपीचंद प्रधान और महामंत्री अशोक चावला ने बताया कि तीन से पांच गुना तक की संपत्ति कर वृद्धि के नोटिस थोक में जारी किए जा रहे हैं, जो अनुचित है। कुछ मामलों में यह वृद्धि 10 गुना तक पहुंच गई है, जिससे व्यापारी वर्ग में भारी आक्रोश है।
रालोद उपाध्यक्ष ने महापौर को लिखा पत्र
राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरदार इंद्रजीत सिंह टीटू ने महापौर सुनीता दयाल को पत्र लिखकर गृहकर वृद्धि के मुद्दे पर जनता की भावनाएं मुख्यमंत्री तक पहुंचाने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि मामला न्यायालय में विचाराधीन है, लेकिन महापौर को चाहिए कि वे कोर्ट में नरम रुख अपनाते हुए शहरवासियों के पक्ष में जवाब प्रस्तुत करें। उन्होंने भरोसा जताया कि एक सहयोगी दल के पदाधिकारी के रूप में उनकी बात सुनी जाएगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें