गाजियाबाद, लखनऊ और गोवा में की थी निवेश की कई खरीदारी
CBI ने आयकर विभाग के पूर्व अतिरिक्त आयुक्त की 7 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्तियां अटैच कर दी हैं। यह कार्रवाई सीबीआई अदालत के आदेश के तहत की गई, जिसमें अधिकारी और उनके परिजनों के नाम 14 संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त करने के निर्देश दिए गए थे।
मामला क्या है?
CBI ने 22 सितंबर 2022 को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। आरोप है कि पूर्व अतिरिक्त आयुक्त ने 1 जनवरी 2008 से 30 जून 2018 के बीच दिल्ली, मुरादाबाद, लखनऊ और अन्य शहरों में तैनाती के दौरान भ्रष्टाचार के जरिए अवैध संपत्तियां अर्जित कीं।
जांच में सामने आया कि अधिकारी ने अपनी वैध आय से कहीं अधिक, लगभग 7.5 करोड़ रुपए की संपत्तियां बनाई थीं। इन संपत्तियों का कोई स्पष्ट हिसाब नहीं दिया जा सका। सीबीआई का कहना है कि ये संपत्तियां भ्रष्टाचार और काले धन के जरिए अर्जित की गई हैं, जो सरकारी पद का दुरुपयोग दर्शाती हैं।
कहां-कहां हैं संपत्तियां?
CBI की जांच में यह भी पता चला कि अधिकारी और उनके परिवार के नाम पर कुल 14 अचल संपत्तियां दर्ज हैं। ये गाजियाबाद, लखनऊ, बाराबंकी, गोवा और अन्य शहरों में स्थित हैं। इनकी कुल कीमत करोड़ों रुपए आंकी गई है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें