गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के मिसलगढ़ी गांव में एक हृदयविदारक घटना ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया। सोमवार रात एक किशोरी ने मोबाइल छीने जाने के कुछ देर बाद खुदकुशी कर ली। जब बड़ी बहन पानी लेने नीचे आई, तो कमरे में उसका शव पंखे से लटका मिला। यह देख पूरा परिवार चीख उठा। परिजन उसे तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
ब्यूटी पार्लर में काम करती थी खुशी
मृतक किशोरी की पहचान 16 वर्षीय खुशी के रूप में हुई है, जो मिसलगढ़ी स्थित साईं लाली स्कूल के पास एम.एस. यादव के मकान में किराए पर रह रहे स्व. मुकेश कुमार के परिवार की सबसे छोटी बेटी थी। पिता की छह साल पहले मृत्यु हो चुकी थी, जिसके बाद मां ने घरों में काम करके तीनों बच्चों — दीपक, कशिश और खुशी — की परवरिश की। आठवीं तक पढ़ाई के बाद खुशी ने ब्यूटी पार्लर का कोर्स किया था और आकाशनगर स्थित एक पार्लर में काम कर रही थी।
मोबाइल छीना गया, नीचे चली गई और...
परिजनों के अनुसार सोमवार रात सभी लोग छत पर सो रहे थे। उसी दौरान खुशी मोबाइल देख रही थी, जिसे देखकर बड़े भाई दीपक ने डांटा और फोन छीन लिया। इसके बाद वह चुपचाप नीचे कमरे में चली गई। कुछ देर बाद, रात लगभग 11:30 बजे, बड़ी बहन कशिश पानी लेने नीचे आई तो कमरा अंदर से बंद मिला। खटखटाने और आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खुला, तो उसने मां और भाई को बुलाया। तीनों ने मिलकर दरवाजा तोड़ा तो देखा कि खुशी चुनरी से फंदा बनाकर पंखे से लटकी हुई थी।
परिजन तुरंत उसे नीचे उतारकर जिला संयुक्त अस्पताल लेकर भागे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सुसाइड नोट नहीं मिला
पुलिस के अनुसार मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। आत्महत्या के पीछे वास्तविक कारणों की जांच की जा रही है।
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